विद्यार्थियों ने जाना जागेश्वर का इतिहास, देखा संग्रहालय और लखुडियार
रा.क.उ.मा. विद्यालय रैलाकोट के विद्यार्थियों का शैक्षिक भ्रमण
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रैलाकोट हवालबाग के विद्यार्थियों ने शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम के तहत जागेश्वर मंदिर समूह के दर्शन किए। साथ ही उन्होंने संग्रहालय व लखुडियार पहुंच आवश्यक जानकारी प्राप्त की।
रा०क०उ०मा०वि० रैलाकोट विकासखण्ड हवालबाग जिला अल्मोड़ा के कक्षा 9 व 10 के छात्र—छात्राओं एवं शिक्षिकाओं के दल ने शैक्षिक भ्रमण हेतु प्रातः 08 बजे जागेश्वर धाम को प्रस्थान किया। मंदिर का भ्रमण कराते हुए शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों को यह जानकारी दी गयी कि यह मंदिर केदारनाथ शैली से बने हुए हैं, जो लगभग 2500 पुराने माने जाते हैं। जागेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मूल रूप से यहां 125 मंदिर स्थापित है। मुख्य रूप से मृत्युंजय व जागनाथ मन्दिर प्रसिद्ध है।
इसके पश्चात छात्र—छात्राओं को पुरातालिक संग्रहालय का भ्रमण कराया गया। इस दौरान यह बताया गया कि इस संग्रहालय में 8वीं सदी से 14वीं सदी तक की मूर्तियां सुरक्षित रखी गयी हैं। इन मूर्तियों में पाषाण निर्मित उमा महेश्वर, एक मुखी व चतुर्मुखी शिव लिंग, दुर्गा, चामुण्डा, सूर्य, हरिहर, ब्रह्मा विष्णु महेश की प्रतिमाएं प्रमुख हैं।
इसके पश्चात छात्र—छात्राओं को लखुडियार ऐतिहासिक गुफा का भ्रमण कराया गया, जहां स्थानीय लोगों द्वारा यह जानकारी दी गयी कि दैविक आपदाओं से अपनी सुरक्षा हेतु आदि मानव ने प्रकृति द्वारा निर्मित इन गुफाओं को अपना आश्रय स्थल बनाया था। इनके द्वारा दीवारों पर विभिन्न प्रतीकों व रंगों की सहायता से अपनी भावनाओं व कलाओं को अभिव्यक्त किया गया है।
छात्र—छात्राओं द्वारा इससे संबंधित विभिन्न प्रश्न स्थानीय लोगों से पूढे गए। इसके पश्चात दोपहर 3 बजे सभी ने अल्मोड़ा की ओर प्रस्थान किया। इस शैक्षिक भ्रमण में भूपेश, प्रियांशी, सुमित धवन, कोमल, जया, दीया, कंचना, चांदनी तथा शिक्षिकाएं श्रीमती नीलम वर्मा तथा डॉ. तनुजा भट्ट उपस्थित थे।