अपराधों पर नियंत्रण को उठाएं प्रभावी कदम: डीजीपी
✍️ अल्मोड़ा में 4 जिलों की अपराध समीक्षा, समस्याएं दूर करने के निर्देश
✍️ संवाद कार्यक्रम में नागरिकों की समस्याएं सुनी और सुझाव प्राप्त किए
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: अपने दौरे के तहत अल्मोड़ा पहुंचे प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत व पिथौरागढ़ जिलों की अपराध समीक्षा की और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए। उन्होंने पुलिस कर्मियों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही जन संवाद में लोगों की समस्याएं सुनीं और सुझाव प्राप्त किए।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने आज अल्मोड़ा जनपद का दौरान किया। यहां पुलिस लाइन में पहुंचने पर उन्होंने गार्द की सलामी लेने के बाद पुलिस लाईन अल्मोड़ा में निरीक्षण किया और वर्तमान में वहां चल रहे प्रशासनिक भवन, महिला बैरक, टाईप 4 आवासों के निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्माण कार्यों की गुणवत्ता अच्छी रखने और समय से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही एसएसपी देवेन्द्र पींचा को निर्माण कार्यों का समय-समय पर इन कार्यों का निरीक्षण करने के लिये निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए कई कार्य प्रचलित हैं, उसी के तहत पुलिस के भवनों व कार्यालयों का निर्माण तथा अपग्रेडेशन किया जा रहा है, ताकि पुलिस बल के रहने के लिये अच्छे एवं सुविधायुक्त आवास एवं कार्यालय मुहैया हो सकें।
पुलिस लाइन में निरीक्षण एवं अपराध समीक्षा
पुलिस लाइन में निरीक्षण के बाद डीजीपी ने एसएसपी अल्मोड़ा देवेन्द्र पींचा व एसपी बागेश्वर चन्द्रशेखर घोड़के, प्रभारी एसपी पिथौरागढ़ हरीश वर्मा की मौजूदगी में जनपद अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ के अपराधों की गहन समीक्षा की। उन्होंने विशेषकर महिला अपराधों, साइबर क्राइम, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रवृत्ति पर प्रभावी नियन्त्रण के लिए सभी जनपद प्रभारियों को गम्भीरता के साथ आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। साथ ही नशे की गिरफ्त में आए युवाओं को पुनः समाज में जोड़ने के लिए उनकी प्रभावी काउन्सलिंग कराने के निर्देश दिये। समस्त पुलिस बल को पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एसओपी का पूर्णतः पालन करने की हिदायत दी गयी। डीजीपी ने नगर के एकान्त इलाकों में महिला सुरक्षा, लूट, चोरी, नशाखोरों आदि पर पैनी निगाह रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए, ताकि अपराधों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके।
उन्होंने यातायात व्यवस्था को अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए अधिकाधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने, ई-चालान की कार्यवाही तथा दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर बैरिकेटिंग लगाने तथा जन जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से पुलिस की पहुंच जन-जन तक सुगम बनाने के निर्देश दिये। डीजीपी ने कहा कि महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों तथा नाबालिग के गुमशुदगी मामलों में त्वरित कार्यवाही की जाय और महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना को मजबूत बनाने के लिए हर थाने में सुविधायुक्त एक कक्ष स्थापित किया जायेगा, जिसमें वे थाने में आकर अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें। उन्होंने कहा कि साईबर ठगी वर्तमान में एक चुनौती है, जिसका मुकाबला करना नितान्त आवश्यक है। इसलिए साईबर ठगी का मामला प्रकाश में आते ही त्वरित कार्यवाही करते हुए साईबर ठगों को गिरफ्तार करने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जाय। डीजीपी ने सम्मलेन आयोजित कर महिला/पुरुष कर्मचारीगणों की समस्याओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को समस्या के निस्तारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। सम्मेलन का संचालन प्रतिसार निरीक्षक विजय विक्रम ने किया। इसमें सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद, सीओ पिथौरागढ़ परवेज अली, सीओ चम्पावत वंदना वर्मा व शिवराज सिंह राणा, सीएफओ अल्मोड़ा नरेन्द्र सिंह कुंवर, सीओ संचार राजीव कुमार टम्टा के अतिरिक्त जनपद अल्मोड़ा व बागेश्वर के समस्त थाना व शाखा प्रभारी सहित पुलिस कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
जन संवाद में सुनी समस्याएं और सुझाव
अल्मोड़ा: पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने अल्मोड़ा दौरे के तहत विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर में जन संवाद किया। इस मौके पर सर्वप्रथम एसएसपी देवेन्द्र पींचा समेत कई संभ्रांत नागरिकों ने पुष्प गुच्छ भेंट कर डीजीपी का स्वागत किया। जनसंवाद में नगर के व्यापार मण्डल, बार एसोसिएशन, मेडिकल एसोसिएशन, डे केयर सेन्टर, रेडक्रास सोसाइटी, होटल एसोसिएशन, जनप्रतिनिधियों व संभ्रांत नागरिकों ने समस्याएं डीजीपी के समक्ष रखीं। जिनमें नगर की यातायात व्यवस्था, युवाओं में नशे की प्रवृत्ति, साईबर अपराध, गश्त/पेट्रोलिंग आदि से संबंधित समस्याएं शामिल रही और सुझाव भी दिए। पुलिस महानिदेशक समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाते हुए नागरिकों को नये कानूनों के प्रति भी जागरुक किया। जन संवाद कार्यक्रम में मंच संचालन उप निरीक्षक कुमकुम धानिक ने किया।