गरुड़: शिव परिवार से लें सीख—कंचन जोशी
✒️ दिव्येश्वर महादेव मंदिर में कथा श्रवण को उमड़ी भीड़
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: गरुड़ तहसील के दिव्येश्वर महादेव मंदिर में शिव महापुराण कथा जारी है। कथा सुनने भक्तों की काफी भीड़ उमड़ रही है।
कथा वाचन के दौरान विशाल भक्त समुदाय को संबोधित करते हुए व्यास पंडित कंचन जोशी ने कहा कि भगवान शिव का परिवार प्रेम, एकता और सद्भाव का प्रतीक है। उन्होेंने कहा कि भगवान शिव गले में सर्प धारण करते हैं, गणेश जी का वाहन चूहा है। जो स्वाभाविक शत्रु होते हुए भी एक दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। माता पार्वती का वाहन शेर है और भगवान शिव का वाहन बैल है। दोनों एक दूसरे के शत्रु होते हुए भी आपस में मिलकर रहते हैं। भगवान कार्तिकेय का वाहन मोर है, जिसका आहार सर्प है। फिर भी एक साथ रहते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को भगवान शिव के परिवार से सीख लेनी चाहिए। एक दूसरे को कभी हानि नहीं पहुंचानी चाहिए, आपस में मिल-जुलकर रहना चाहिए। इस दौरान कथा के आयोजक महंत भगीरथ गिरी महाराज, मुख्य यजमान विमला देवी, खड़क सिंह राणा, राजेंद्र सिंह, रघुवर दत्त, राजू साह,राजेंद्र सिंह, धाम सिंह, विपिन पांडेय,दीपक भट्ट,राजेंद्र भंडारी, नवीन जोशी, भागीरथी देवी, गीता देवी, सीता देवी आदि मौजूद थे।