बागेश्वर: 10 साल पहले बहा पुल आज तक नहीं बना
👉 हर बरसात में भारी मुश्किलें झेलते हैं लोग
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: सरकार ने जिले के लिए आठ पुलों को स्वीकृत किया था। पुलों के अभाव में लोगों को बारिश के दिनों में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसमें से रामगंगा नदी में भी पुल स्वीकृत हुआ है। यह पुल दस साल पहले आपदा में बह गया था। तब से लेकर आज तक किसी ने भी इसकी सुध नहीं ली। यह पुल दो जिलों को जोड़ता है।
कपकोट विधानसभा के अंतर्गत रामगंगा नदी में दस साल पहले पुल बह गया था। तब से लेकर आज तक यहां के लोग पुल के लिए आंदोलित रहे, लेकिन सुनवाई नहीं हो पाई। अब इस नदी में बनने वाले पुल को स्वीकृति मिल गई है। यह पुल बागेश्वर और पिथौरागढ़ को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण पुल है। इसके अलावा रामगंगा नदी में भाकुना नाचनी पुल को भी स्वीकृति मिली है। कांडा के रिखाडी मोटर मार्ग के एक में मोटर पुल की स्वीकृति, देवतोली इंटर कॉलेज से सिमायल जोड़ने हेतु मोटर पुल, जल्थाकोट के समीप कपूरी से टकनार को जोड़ने वाली पुल की स्वीकृति प्राप्त हुई है। जल्द ही इन योजनाओं को का लाभ मिलेगा। इसके अलावा बागेश्वर विधानसभा के लिए घांघली नदी, द्वारसौं आदि पुलों को स्वीकृति मिली है। विधायक सुरेश गड़िया ने बताया कि आठों पुलों का निर्माण के लिए जल्द निविदा कराई जाएगी।