लापरवाही की हद: रात मरीज को मझधार पर छोड़ एंबुलेंस में ही सो गया चालक
👉 रात बागेश्वर से गंभीर मरीज को अल्मोड़ा लाते वक्त हुआ वाकया
👉 चालक व ईएमटी ने शराब पी, धुत हो गए, दोनों को हटाया
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले में आपातकालीन सेवा 108 में लापरवाही व गंभीरता में कमी नजर आ रही है। इसकी वजह खुद एंबुलेंस के चालक बने हैं। कुछ ही दिन पहले एक चालक ने शराब के नशे में कठायतबाड़ा के समीप 108 वाहन को दीवार पर भिड़ा दिया, सौभाग्य से उसमें कोई मरीज नहीं था और अब इसके बाद तो एक चालक ने हद ही पार कर दी। मरीज को ले जा रही 108 एंबुलेंस का चालक रास्ते में ही नशे में धुत होकर वाहन में ही सो गया और मरीज को मरने के लिए सड़क पर छोड़ दिया। उसे फिर कुछ लोगों के पहल से दूसरी एंबुलेंस से अल्मोड़ा भेजा गया। पीड़ितों ने इसकी शिकायत सीएमओ व डीएम से की है।
बुधवार की रात बिलौना निवासी राम प्रसाद पुत्र गौरी की तबियत बिगड़ गई। उन्हें खून की उल्टियां होने लगी। यहां के डॉक्टरों ने मरीज को अल्मोड़ा के लिए रेफर कर दिया। 108 के माध्यम से मरीज को रात 10 बजे अल्मोड़ा के लिए रवाना किया और जिला मुख्यालय से करीब 07 किमी सफर के बाद पौड़ीधार के पास चालक हरीश उप्रेती व ईएमटी चंद्रशेखर जोशी ने बार में जाकर शराब पी और इतनी चढ़ गई कि एंबुलेंस में आकर सो गए। कर्मचारियों की इस हरकत से मरीज तथा तीमारदारों की जान हलक में आ गई। उन्होंने रात ही इसकी शिकायत सीएमएस व डीएम समेत भाजपा जिलाध्यक्ष इंद्र सिंह फर्स्वाण आदि से की। इसके बाद भाजपा नेता रवि करायत व अन्य लोग मौके पर पहुंचे और मरीज को दूसरे एंबुलेंस से अल्मोड़ा में भेजा। जहां उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।
हटा दिए गए दोषी कर्मचारी
बागेश्वर के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. देवेश चौहान ने इस मामले पर बताया कि उन्हें रात ही इस घटना की जानकारी मिली। तो उन्होंने तत्काल 108 एंबुलेंस के कॉर्डिनेटर रोहित जीना को मौके पर बुलाया। तत्काल कार्यवाही करते हुए एंबुलेंस के दोनों कर्मचारियों को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर दूसरे कर्मचारी रख दिए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए विभाग पूरी नजर रखेगा।