अल्मोड़ा: अगस्त क्रांति में प्राण न्यौछावर करने वाले सेनानियों को किया याद
✍️ ऐतिहासिक अल्मोड़ा जेल में कार्यक्रम, बच्चों ने दीं सुंदर प्रस्तुतियां
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: अगस्त क्रांति दिवस आज ऐतिहासिक अल्मोड़ा कारागार परिसर में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नेहरू वार्ड में पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर के समक्ष द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। इस मौके पर मौजूद विधायक मनोज तिवारी समेत अन्य गणमान्य लोगों ने अगस्त क्रांति के वीर शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
यहां उल्लेखनीय है कि ऐतिहासिक अल्मोड़ा जेल में जवाहर लाल नेहरू, बद्रीदत्त पांडे, हरगोविंद पंत, सैयद अली जहीर, खान अब्दुल गफ्फार खान, दुर्गा सिंह रावत समेत अन्य क्रांतिकारी नेता निरुद्ध रहे थे। इस मौके पर विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन की याद में अगस्त क्रांति दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी के सम्मान को बनाए रखने के लिए सभी नागरिकों को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और उनके आदर्शों का सम्मान करना चाहिए।
तहसीलदार ज्योति धपवाल ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के लिए बहुत से स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि 9 अगस्त का दिन भारत छोड़ो आंदोलन के तहत अगस्त क्रांति में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सैनानियों को याद करने का दिन है। इस कार्यक्रम में ग्रेस हाईस्कूल के बच्चों ने सुंदर प्रस्तुतियां दीं। बच्चों ने देशभक्ति गीत व नृत्य प्रस्तुत करते हुए भाषण दिए। सभी वक्ताओं ने भारत छोड़ो आंदोलन के इतिहास, तत्कालीन परिस्थितियों के बारे में अपने विचार रखे तथा कहा कि अल्मोड़ा की जेल एक ऐतिहासिक जेल है। इस जेल से बहुत से वीर स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास जुड़ा हुआ है। इस दौरान कारागार में निरुद्ध व्यक्तियों ने भी सांस्कृतिक गीतों के माध्यम से समां बांधा।
जेल अधीक्षक जयंत पांगती ने कहा कि आज परिस्थितियां पूर्व की अपेक्षा काफी बदल गई हैं। उन्होंने जेल के बारे में कहा कि यह बंदी गृह नहीं बल्कि सुधार गृह है। यहां अपराधियों को स्व सुधार के लिए प्रेरित किया जाता है। कार्यक्रम का संचालन गिरीश मल्होत्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में निवर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, वरिष्ठ प्राध्यापक बीडीएस नेगी, डे केयर संस्था के अध्यक्ष हेम चन्द्र जोशी समेत अन्य पदाधिकारी तथा गणमान्य लोग मौजूद रहे।