अल्मोड़ा: सरकार धोखा बंद कर 'ओपीएस' को हूबहू लागू करे
✍️ लगातार बाहों में काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कर रहे फार्मासिस्ट
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: एनएमओपीएस के आह्वान पर जिले में डिप्लोमा फार्मासिस्ट द्वारा लगातार बाहों में काली पट्टी बांधकर एनपीएस व यूपीएस का विरोध किया जा रहा है। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन अल्मोड़ा के पदाधिकारी व सदस्य अपने—अपने कार्यस्थल पर बांहों में काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कर रहे हैं। इनमें जिला मुख्यालय से सभी अस्पतालों समेत पीएचसी, सीएचसी व उप केंद्रों पर कार्यरत फार्मासिस्ट शामिल हैं। उनके द्वारा ओपीएस की मांग की जा रही है।
इसी क्रम में एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डीके जोशी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि कार्मिकों के साथ पहले एनपीएस और यूपीएस की व्यवस्था से छलावा किया गया है। उन्होंने कहा कि जब नौकरी ही देर से मिल रही है, तो 25 साल की सेवा पूरी कैसे होगी। इसके साथ ही सरकार ने कार्मिकों 10 प्रतिशत अनुदान बरकरार रखा है। जो धोखा है। उन्होंने कहा कि सरकार को पेंशन का इंतजाम स्वयं करना चाहिए, न कि उनके वेतन से कटौती करके। उन्होंने कहा कि कार्मिकों को एनपीएस की तरह यूपीएस भी स्वीकार्य नहीं है। इसलिए सरकार को चाहिए वह कर्मचारियों की भावना के अनुरुप पुरानी पेंशन योजना हूबहू लागू करे।