आगे बढ़ेगा 'सबका साथ—सबका विकास' का नारा: कोश्यारी
👉 उत्तरायणी के चलते बागेश्वर में सजे राजनैतिक पंडाल
👉 चुनौतियों का सामना कर रहा देश: प्रदीप टम्टा
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: पूर्व राज्यपाल और पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बागनाथ भी आए हैं और पूरे उत्तराखंड के मंदिरों में घूमे हैं। उन्होंने कहा कि अनादिकाल में भगवान राम ने लंका विजय से पूर्व शिव की स्थापना की थी, यह शिव की भूमि है। इसका बड़ा महत्व है। यहीं कुली बेगार का आंदोलन का अंत हुआ। उन्होंने उत्तरायणी पर नया संदेश दिया कि सबके घर जाएंगे और मिलकर खाएंगे। भेदभाव मिटाना उनका लक्ष्य है।
भगदा सोमवार को सरयू बगड़ पर आयोजित भाजपा की सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत एक प्रजातंत्र है। प्रत्येक व्यक्ति वोट देता है और सरकार बनता है। प्रत्येक व्यक्ति का राजनीति से संबंध है। कोई प्रत्यक्ष तो कोई अप्रत्यक्ष राजनीति में होता है। प्रधानमंत्री का 'सबका साथ सबका विकास' का नारा सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में आगे बढ़ाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि महानगरों में काम करने वाले युवा अपने घर आएं। पलायन रोकना है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उद्यान, कृषि, मत्स्य, पशुपालन, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में अनुदान दिया है, जिसका वह युवा लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि जीवन राजनीति में लंबे समय तक काम किया है। अब सामान्य रूप से वह उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करेंगे। उत्तराखंड को हराभरा बनाना है।
सांसद अजय टम्टा ने कहा कि उत्तरायणी पर्व का विशेष महत्व है। बागनाथ के पवित्र धाम की मान्यता है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सपना था कि भारत आजाद हो और अब भाजपा लोगों के सपनों को साकार कर रही है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में डंबल सरकार नए आयाम गढ़ रही है। पर्यटन क्षेत्र विकसित हो रहा है। गरीब, वंचित, दलित समाज का विकास संभव हो सका है। इस दौरान विधायक कपकोट सुरेश गढ़िया, बागेश्वर पार्वती दास, राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट, पूर्व मंत्री बलवंत भौर्याल, जिपंअ बसंती देव, कुंदर परिहार, मथुरा प्रसाद, सज्जन लाल टम्टा, संजय साह जगाती, संजय परिहार, मनीष ओली, गिरीश परिहार, दीपा आर्या, उमा बिष्ट आदि उपस्थित थे।
चुनौतियों का सामना कर रहा देश: कांग्रेस
बागेश्वर: यहां कांग्रेस की सभा में पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि देश चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा है। सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय की यह यात्रा है। विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया गया। ग्रीन बोनस की मांग लागू नहीं की गई। बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन का पता नहीं है। महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। कमजोर, दलित, मजदूरों के साथ अन्याय हो रहा है। अंकिता हत्याकांड के वीआइपी का नाम अभी तक नहीं बताया जा रहा है। यह सभा कमजोरों को न्याय दिलाने के लिए समर्पित है।
सोमवार को सरयू बगड़ पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए टम्टा ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार फेल है। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार चरम पर है। गांवों से पलायन हो रहा है। जंगली जानवरों से लोग परेशान हैं। पहले फसल बर्बाद की। मवेशी मारे और अब उन्हें भी खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि बागनाथ की पवित्र धरती से यह दिन संकल्प लेने का है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या करने की साजिश की जा रही है। संविधान को बदला जा रहा है। संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर दिया गया है। देश को बचाने के लिए सभी को एकजुट होना है। तानाशाह सरकार को बाहर करने का संकल्प लेना है। राष्ट्रपति महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की देश को आगे बढ़ाने की कल्पना को सकार करना है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष भगवत सिंह डसीला, गोपाल दत्त भट्ट, बसंत कुमार, हरीश ऐठानी, रमेश भंडारी, राजेंद्र टंगड़िया, गोपा धपोला, गीता रावल, लोकमणि पाठक, गोपाल राम, जितेंद्र मेहता, कवि जोशी, नवल टम्टा, सुनील भंडारी आदि उपस्थित थे।
जल, जंगल व जमीन बचानी है: उक्रांद
बागेश्वर: उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि उत्तराखंड के जल, जंगल, जमीन को बचाना है। उत्तराखंड, हिमालय बचाओ देश बचाओ का नारा लेकर वह चल रहे हैं। यह मांग उत्तराखंड बनने से पहले पार्टी की यह मांग थी। मूल निवास लागू होना चाहिए। भू-कानून के लिए सख्त कानून की जरूरत है। तभी पहाड़ का भला होगा। स्वास्थ्य, शिक्षा समेत भूलभूत सुविधाओं के लिए लोग तरस रहे हैं। पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी ने कहा कि पहाड़ की जवानी और पानी तक बिक गई है। बाहर के लोगों को भूमि बेच दी गई है। महंगाई व बेरोजगारी ने लोगों की कमर तोड़ दी है। युवा नौकरी के लिए तरस गए हैं। इस दौरान चंद्रशेखर कापड़ी, पान सिंह रावत, हीरा बल्लभ भट्ट, अजय डोभाल, चंद्रशेखर पुनेड़ा, भुवन कांडपाल आदि उपस्थित थे।
सरयू तट पर संकल्प
बागेश्वर: उत्तराखंड एकता मंच के अनूप बिष्ट ने कहा कि रोजगार, महिला सुरक्षा, मूल निवास, भाषा, भू-कानून, संस्कृतिक संरक्षण और परिसीमन की मांग को लेकर सरयू तट पर संकल्प लिया गया है। जल, जंगल और जमीन को बचाना है। तभी उत्तराखंड बच सकेगा। उन्होंने सरयू का जल हाथ में लेकर संकल्प लिया। इस दौरान सुरेश नौटियाल, महेंद्र सिंह रावत, हीरा रौथाड़, हरपाल नेगी, राम प्रसाद सुडली, सवाल संगठन के रमेश कृषक, सुमित्रा पांडे आदि उपस्थित थे।
डबल इंजन सरकार में अन्याय
बागेश्वर: बसपा प्रदेश महासचिव बीआर धौनी ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है। अपराध बढ़ गए हैं। दलितों के साथ अन्याय बढ़ा है। महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है। महंगाई और बेरोजगारी से लोग त्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार का उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को जनता मुंहतोड़ जबाव देगी। इस मौके पर रमेश प्रकाश पर्वतीय, श्रीराम, जगदीश आदि उपस्थित थे।