कौसानी: जिला प्रशासन ने की उपेक्षा, तभी पटरी से नीचे उतरा पर्यटन व्यवसाय
✍️ होटल एसोसिएशन कौसानी ने बैठक कर लगाया आरोप
✍️ बार—बार शिकायतों के बावजूद समस्याएं जस की तस
सीएनई रिपोर्टर, कौसानी: बागेश्वर जिलांतर्गत होटल एसोसिएशन कौसानी की एक बैठक में जिला प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा क्षेत्र की उपेक्षा किए जाने के कारण ही पर्यटन स्थल कौसानी में पर्यटन कारोबार पटरी से नीचे उतर रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने क्षेत्र की ओर ध्यान नहीं दिया। यही वजह है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद समस्याएं आज भी जस की तस बनी हैं।
गत गुरुवार को एक होटल में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कौसानी में पानी की दिक्कत सबसे अधिक है। महीने में 15 ही दिन उन्हें पानी मिलता है, जबकि बिल पूरा का पूरा दिया जाता है। पर्यटन व्यसाय पूरी तरह चौपट हो गया। इस बार कौसानी में पर्यटन की संख्या पिछले वर्षों की आधार पर 30 प्रतिशत रही। कैची में लग रहे जाम से कौसानी का व्यावसाय चौपट हो गया, बाकी रही कसर जिले का प्रशासन और पर्यटन विभाग की अनदेखी के कारण हुआ है। प्रशासन ने कभी भी कौसानी के लिए अपनी जिम्मेदारी नहीं समझी, जिस कारण आज कौसानी पर्यटन क्षेत्र में बहुत पिछड़ता जा रहा है। पर्यटन कौसानी आने को तैयार नहीं। यहां पार्किंग सुविधा से लेकर बच्चों के लिए पार्क तक नहीं हैं। बैठक में अध्यक्ष बबलू नेगी, सचिव गजेंद्र मेहरा, विपिन उप्रेती, सतीश जोशी, शेखर पांडे, अनिल बिष्ट, हरेंद्र चिल्वाल, पंकज मेहरा, नंदन किरमोलिया, राजेश खर्कवाल, सचिन जोशी, पुष्कर राम, कृष्ण मेहरा मनोज अरोड़ा तथा गिरीश आदि मौजूद रहे।