बागेश्वर: कड़ी ठंड में भी आंदोलन से नहीं डिगे सोराग के ग्रामीण
👉 पिंडर नदी पर पुल निर्माण का मामला, ठेकेदार पर मनमानी का आरोप
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: पिंडर नदी में पुल निर्माण की मांग को लेकर सोराग के ग्रामीणों को आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रहा। जांच कमेटी गठित होने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने ठेकेदार पर मनमानी का आरोप लगाया। वक्ताओं ने कहा कि कहा कि पुल नहीं बनने से उन्हें सड़क का भी लाभ नहीं मिल रहा है।
तीन दिन से सोराग के ग्रामीण कड़ाके की ठंड के बावजूद आंदोलन की राह पर हैं। बुधवार को कलक्ट्रेट में हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि उनकी पीएमजीएसवाई व वैप्कोस के अधिकारियों के साथ वार्ता विफल हो चुकी है। जब तक मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन नहीं हो जाती वह चुप नहीं बैठेंगे। वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 2000 में पीएमजीएसवाई ने उगियां से सोराग तक 11 किमी सड़क स्वीकृत की। 2023 तक सड़क बनी और डामरीकरण भी हो गया। मोटर मार्ग के बीच में पिंडर नदी में चार करोड़ की लागत से 60 मीटर लंबा मोटर पुल बनना था। पुल के निर्माण के लिए 2021 में निविदा भी हुई। कार्यदायी संस्था वैप्कोस तथा ठेकेदार ने निर्धारित समय पर पुल तैयार करने का बॉड बनाया। विभाग व ठेकेदार की लापरवाही के चलते अभी तक पुल नहीं बन पाया है। कार्यदायी संस्था ने पुल का भुगतान तक कर दिया है। पुल के अभाव में ग्रामीणों को सड़क का भी लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने मामले की जांच के लिए टीम गठित करने की मांग की। इस मौके पर केसर सिंह, बलवंत सिंह, कविंद्र सिंह, उमराव सिंह, लक्ष्मण सिंह, मोहन सिंह, पार्वती देवी, दीपा, राधा, तारा आदि मौजूद रहे।