उत्तराखंड : घास काट रही महिला पर गुलदार का हमला
रुद्रप्रयाग | जखोली ब्लॉक में गुलदार का आतंक बना हुआ है। गुलदार दिनदहाड़े लोगों पर हमला कर रहा है। लोग डर के मारे अब घरों से बाहर निकलने में भी कतरा रहे हैं। बताया जा रहा है कि क्षेत्र में तीन से चार गुलदार घूम रहे हैं, जो मवेशियों के साथ ही इंसानों को भी शिकार बना रहे हैं। इसी कड़ी में घास काट रही एक महिला पर गुलदार ने हमला किया है। हमले में महिला की पीठ और हाथ पर गहरे घाव हुए हैं। गनीमत रही कि गुलदार के हमले में महिला की जान बच गई।
जानकारी के मुताबिक, 6 दिसंबर को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे मयाली गांव की ललिता देवी पत्नी चंद्र प्रकाश काला (उम्र 42 वर्ष) अपने मवेशियों के लिए गांव के पास ही अपने खेतों में घास काट रही थी। तभी झाडियों के बीच घात लगाए गुलदार ने एकाएक ललिता पर हमला कर दिया। हमले में गुलदार ने ललिता के पीठ और हाथ पर नाखूनों से हमला कर गहरे घाव कर दिए। ललिता की चीख सुनकर आसपास मौजूद अन्य ग्रामीण घटनास्थल पहुंचे, लेकिन जब तक लोग पहुंचते इतने में गुलदार वहां से भाग गया था।
ग्रामीण ललिता देवी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखोली लाये, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने ललिता देवी को घर भेज दिया है। उधर, गुलदार के हमले की सूचना मिलते ही वन विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। लम्वाड़ की पूर्व प्रधान पुष्पा देवी, निर्वतमान प्रधान मयाली पूजा देवी आदि जनप्रतिनिधियों ने कहा कि गुलदार की दहशत से पूरा क्षेत्र सहमा हुआ है, लेकिन वन विभाग को ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर कोई फिक्र नहीं है।
जखोली विकासखंड के गांवों में गुलदार का आतंक
जखोली विकासखंड के मयाली क्षेत्र के साथ ही अन्य इलाकों में गुलदार के आतंक से ग्रामीण खौफजदा हैं। जहां रात के समय गुलदार मवेशियों को अपना शिकार बना रहा है तो वहीं दिन में इंसानों पर हमला पर उन्हें अपना शिकार बना रहा है। जखोली ब्लॉक के मयाली, देवल, लम्वाड़ समेत अन्य क्षेत्रों में कई बार गुलदार देखा जा चुका है। बताया ये भी जा रहा है कि क्षेत्र में तीन से चार गुलदार घूम रहे हैं, जो अन्य-अन्य क्षेत्रों में रात और दिन में आतंक मचा रहे हैं। वहीं, जनप्रतिनिधियों का कहना था कि जंगली जानवरों से निजात दिलाने के लिए विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की गई थी, लेकिन विभागीय अधिकारी जनप्रतिनिधियों की मांगों को अनसुना कर रहे हैं।
गुलदार के आतंक से निजात दिलाने को लेकर वन महकमा जमीनी स्तर पर जुटा हुआ है। जल्द ही गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरा लगाने के प्रयास किए जाएंगे। क्षेत्र में लोगों को गुलदार के खतरे को लेकर जागरूक रहने की जरूरत है। - कल्याणी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, रुद्रप्रयाग