उत्तराखंड : युवती के आत्महत्या मामले में नया मोड़, प्रेमी के लिए मां ने बेटी को मार डाला
Uttrakhand News | मां के उसके प्रेमी के साथ अवैध संबंधों का पता चलने पर एक बेटी को खौफनाक मौत की सजा मिली। मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ही बेटी का गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या को छिपाने के लिए हत्यारोपियों ने आत्महत्या दिखाने का भी प्रयास किया। पुलिस ने केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह पूरा हैरान करने वाला मामला देहरादून में सामने आया है।
लड़की के आत्महत्या मामले में शुक्रवार को नया मोड़ आ गया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि लड़की ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उसे मां ने ही अपने अवैध संबंध छिपाने के लिए प्रेमी संग मिलकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद शव को फंदे से लटकाते हुए वारदात को आत्महत्या का रूप दिया गया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह नई बस्ती पटेलनगर में युवती के आत्महत्या करने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो 20 वर्षीय ममता पुत्री सुखविंदर सिंह का शव फंदे से उतारकर जमीन पर रखा गया था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
पुलिस को बताया गया कि सुखविंदर सिंह दूध सप्लाई का काम करते हैं। अन्य दिनों की तरह गुरुवार तड़के चार बजे वह काम पर चले गए। मां ने कहा कि पांच बजे बेटी को फांसी पर लटके देखा तो फंदे से नीचे उतारा। अकेली महिला के बेटी का शव फंदे से उतारने की बात कहने पर पुलिस को शक हुआ और पूरे मामले का राजफाश हो गया। पुलिस मृतका की मां हरप्रीत कौर व उसके प्रेमी नितिन को पूछताछ के लिए चौकी लाई। सख्ती से पूछताछ करने पर मृतका की मां ने अपने प्रेमी नितिन के साथ मिलकर ममता की हत्या करना और उसे आत्महत्या दिखाने के लिए चुन्नी के सहारे पंखे में लटका देना स्वीकार किया। पुलिस ने विस्तृत पूछताछ व साक्ष्य संकलन के आधार पर मृतका की मां हरप्रीत कौर और उसके प्रेमी नितिन को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
बेटी ने मां और प्रेमी को आपत्तिजनक हालत में देखा था
अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतारने वाली हरप्रीत कौर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसके अपने पड़ोस में रहने वाले नितिन के साथ अवैध सम्बंध थे। जिसके बारे में उसकी पुत्री ममता को जानकारी हो गई थी। ममता ने इस सम्बंध में पूर्व में अपने पिता सुखविन्दर को बताया था। इस बात को लेकर सुखविन्दर व उसकी पत्नी के बीच पूर्व में विवाद हुआ था। हालांकि नितिन से दोबारा न मिलने की बात कहने और अपनी गलती स्वीकार करने पर सुखविन्दर ने उसे माफ कर दिया था। परन्तु चार पांच दिन पहले मृतका ममता ने अपनी मां और नितिन को घर में आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था और अपने पिता व अन्य परिजनों को इस सम्बंध में बताने की बात कही थी। जिस पर हरप्रीत व नितिन ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। 27 जून की सुबह सुखविन्दर सिंह के घर से काम पर जाने के बाद हरप्रीत ने नितिन को कमरे पर बुलाया। जहां उन दोनों ने चुन्नी से ममता का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए दोनों ने शव को पंखे से लटका दिया।