Uttarakhand : खूंखार गुलदार से जा भिड़े रॉटवीलर और जर्मन शेफर्ड डॉग्स
📌 पालतू कुत्तों ब्रैंडी और सिम्बा ने याद दिला दी नानी
हरिद्वार। तेंदुए यानी गुलदार एक शक्तिशाली व फर्तीला वन्य जीव है। जिसकी आहार श्रृंखला में छोटे—बड़े वन्य जीवों के अलावा पालतू मवेशी भी होते हैं। अकसर शिकार की तलाश में तेंदुए रिहायशी इलाकों में आकर पालतू कुत्तों आदि का भी खूब शिकार किया करते हैं, लेकिन हरिद्वार के बहादराबाद में एक ऐसी घटना हो गई, जिसने सबको हैरत में डाल दिया।
दरअसल यहां एक घर में पालतू कुत्ते के शिकार को घुसे गुलदार (Leopard) का भिड़ंत ब्रैंडी और सिम्बा नाम के दो खूंखार रॉटवीलर और जर्मन शेफर्ड (Rottweiler and German Shepherd) प्रजाति के कुत्तों से हो गई। अब नजारा देखने लायक था। शिकारी यहां खुद दुम दबाकर बैठ गया और कुत्ते ही उसका शिकार करने में आमादा हो गए। इस बीच भवन स्वामी ने अपने कुत्तों को आवाज दे बाहर बुला लिया और कमरा बंद कर दिया। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने गुलदार का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया।
तेंदुए से जा भिड़े ब्रैंडी और सिम्बा
बताना चाहेंगे कि शनिवार देर रात बहादराबाद क्षेत्र के रोहालकी किशनपुर गांव में बने एक डेरी फार्म में जंगल से निकलकर एक गुलदार आ घुसा। गुलदार डेरी फार्म में मौजूद कुत्ते और अन्य मवेशियों को निवाला बनाने के लिए पहुंचा था लेकिन डेरी फार्म में मौजूद रोट व्हीलर और जर्मन शेफर्ड नस्ल के दो कुत्तों ने गुलदार का जमकर मुकाबला किया और गुलदार को कमरे के एक कोने में कैद कर दिया।
रात 2.30 बजे शुरू हुआ घमासान युद्ध
कर्मचारियों के सूचना देने पर फार्म मालिक अमित चौहान रात्रि में ही लगभग 2.30 पर फार्म पहुंचे तो देखा उनके पालतू कुत्तों और गुलदार के बीच घमासान युद्ध चल रहा है तभी उन्होंने अपने पालतू कुत्तों ब्रैंडी और सिम्बा को आवाज देकर कमरे से बाहर निकाला और कमरे का दरवाजा तुरंत बंद कर वन विभाग को सूचना दी ।
फार्म में गुलदार के होने की सूचना पर क्षेत्र में हड़कंप मच गया और वन विभाग को इसकी सूचना दी गई सुबह करीब 4 बजे वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और काफी घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर उसका रेस्क्यू किया गया। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि कुत्तों के साथ झड़प में गुलदार जख्मी भी हुआ है।
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