Uttarkashi Tunnel Rescue : चौथा दिन, अब भी खतरे में 40 जिंदगियां
Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में आज घटना के चौथे रोज भी फंसे 40 मजदूर फंसे हुए हैं। बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है, लेकिन समय बीतने के साथ उम्मीदें व धैर्य जवाब दे रहा है।
मलबा गिरने से ड्रिलिंग की रफ्तार धीमी करनी पड़ी है। अब केंद्र से भारी मशीनें मंगाई गई हैं। एयरफोर्स की मदद से भारी ऑगर ड्रिलिंग मशीनें (Auger Drilling Machine) पहुंचते ही रेस्क्यू ऑपेरशन की रफ्तार तेज कर दी जायेगी।
ज्ञात रहे कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग (Uttarkashi Tunnel) में बीते रविवार तड़के भयानक हादसा हो गया था। तब से यहां 40 मजदूर फंसे हुए हैं।
रेस्क्यू आपरेशन के बावजूद अब तक भीतर फंसे मजदूरों को बाहर नहीं निकाला जा सका हे। जिस कारण टनल के बाहर आज विरोध प्रदर्शन भी हुआ। कंपनी से जुड़े कई अधिकारी मामले को संभाल पाने में नाकाम हो रहे हैं।
उधर सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. सिन्हा के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय से लगातार संपर्क जारी है। हर नई प्रगति और कार्रवाई से केंद्र को अवगत कराया जा रहा है। गृह मंत्रालय के पूरे ऑपरेशन पर नजर बनाए है।
दिल्ली से आ रही आधुनिक मशीनें
बताया गया है कि अब ड्रिलिंग के लिए ज्यादा एडवांस मशीन दिल्ली से मंगवाई जा रही है। जो वायु सेना की मदद से आयेगी। राहत एवं बचाब कार्य की कमान कर्नल दीपक पाटिल संभाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि ड्रिलिंग के लिए अमेरिका में निर्मित नई ऑगर मशीन मंगवाई जा रही है। जो बचाव कार्य को गति प्रदा करेगी। मिलिट्री ऑपरेशन की टीम भी जुट गई है।
फंसे मजदूर सदमे में, हालत बिगड़ी
जानकरी मिली है कि सुरंग में फंसे मजदूरों की हालत खराब हो चुकी है। वह भयभीत हैं। उनको बुखार, बदन दर्द व घबराहट हो रही है।
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