बागेश्वर: प्रधानाचार्य पदों पर विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा के खिलाफ उठी आवाज
✍️ एससीएसटी शिक्षक एसोसिएशन ने निरस्त करने की मांग का ज्ञापन सीएम को भेजा
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: प्रधानाचार्य पदों पर विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग तेज हो गई है। पूर्व की भांति विभागीय वरिष्ठता के आधार पर कराने की मांग की है। एससीएसटी शिक्षक एसोसिशन ने बुधवार को अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
शिक्षकों ने कहा कि लोक सेवा आयोग उत्तराखंड ने 692 पदों की विज्ञप्ति जारी की है। पूर्व की भांति शत प्रतिशत विभागीय पदोन्नति की वह मांग कर रहे हैं। यह पहली विभागीय सीधी भर्ती है। जिसमें एससीएसटी ओबीसी वर्गों के लिए आरक्षण की व्यवस्था नहीं है। जबकि केंद्रीय विद्यालयों में प्रधानाचार्य की विभागीय भर्तियों में आरक्षण देय है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में 55 प्रतिशत एलटी शिक्षक तथा 45 प्रतिशत प्रवक्ता पदोन्नति से प्रधानाध्यापक बनते हुए प्रधानाचार्य तक पहुंचते हैं, जबकि एलटी शिक्षकों सहित लगभग 90 प्रतिशत प्रवक्ताओं को सीधे बाहर कर दिया गया है। 50 वर्ष की आयु सीमा के कारण बड़ी संख्या में शिक्षक आवेदन करने से पूर्व ही बाहर हो गए हैं। केंद्रीय विद्यालयों में आयु सीमा की बाध्यता नहीं होती है। बीएड अनिवार्य किया गया है। जबकि पूर्व में प्रवक्ता पद के लिए बीएड की अनिवार्यता नहीं थी। इस दौरान अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा, महेंद्र प्रकाश आदि उपस्थित थे।