अल्मोड़ा: राज्य में बंदरों, सुअरों व आवारा कुत्तों से मुक्ति को बने ठोस नीति
✍️ विभिन्न संगठनों ने सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: आज रानीधारा संघर्ष समिति व उक्रांद समेत कई सामाजिक संगठनों के लोगों ने मिलकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे को सौंपा। जिसमें अल्मोड़ा समेत पूरे राज्य में बंदरों, सुअरों व आवारा कुत्तों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए व्यापक स्तर पर एक ठोस नीति निर्धारित करने की पुरजोर मांग उठाई है।
ज्ञापन में कहा है कि उत्तराखंड के तमाम शहर, गांव व कस्बे लंबे समय से कटखने बंदरो, आवारा कुत्तों व जंगली सुअरों का आतंक झेल रहे हैं। जो काफी नुकसान पहुुंचा रहे हैं। हर दिन कई लोग बंदरों व कुत्तों द्वारा काटे जा रहे हैं। वहीं बंदरों व जंगली सुअरों ने पहाड़ में फसले बर्बाद कर दी हैं। इससे उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों के कारण गांवों से पलायन हो रहा है। यह भी कहा है कि सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक नगरी अल्मोड़ा में बंदरो के आतंक ने दहशत का माहौल बना दिया है। इस अत्यंत ज्वलन्त मुद्दे पर गौर फरमाते हुए मुख्यमंत्री से इस समस्या का व्यापक स्तर पर समाधान निकालने का अनुरोध किया है। ज्ञापन देने वालों में अलग—अलग संगठनों के विनय किरौला, गिरीश नाथ गोस्वामी, लावण्य पंत, वैभव जोशी, अमरीश पवार, अशोक साह, स्माइल, ईशान साह, ज़ीशान खान, रौनक बिष्ट, अमित चंदेल, विशाल वर्मा, किशन वाल्मीकि, लकी, मीना पंत, बीना पंत आदि शामिल रहे।