साइबर क्राइम: गाजियाबाद से 03 साइबर ठगों को दबोच लाई अल्मोड़ा पुलिस
✒️ फंसा धन वापस दिलाने के नाम पर ठग लिये 01.46 लाख
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: गहन छानबीन व विवेचना के बाद आखिर अल्मोड़ा पुलिस ने तीन साइबर ठग पकड़ लिये। इनका पता लगाकर पुलिस गाजियाबाद पहुंची, जहां से इन्हें गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों ने अल्मोड़ा निवासी एक व्यक्ति से 1,46,500 रुपये इस बात के नाम पर ठग लिये, उनका कंपनी में फंसा धन वापस दिला देंगे।
मामले के मुताबिक 09 अगस्त 2023 को वादी चन्दन सिंह नयाल निवासी अल्मोड़ा ने कोतवाली अल्मोड़ा में तहरीर दी थी कि उसके उनकी एक आनलाइन साइट/कंपनी से शॉपिंग की जाती थी, इसी से कुछ धनराशि से सामान प्राप्त हुआ, लेकिन कुछ धनराशि का सामान नहीं मिला। इसी का फायदा उठाकर कपिल रौतेला, महेश शर्मा व कीर्तिका मलिक नामक 03 लोगों ने खुद को एक ऐसी कम्पनी का कर्मचारी बताया, जो अन्य कम्पनी में फंसी धनराशि पैंसो को वापस दिलाने का काम करती है। इनके झांसे में चन्दन सिंह नयाल आ गए। इसके बाद इन तीन लोगों ने उक्त कंपनी से धन वापस दिलाने के नाम पर थोड़ी—थोड़ी मात्रा में वादी से धन लिया और कुल 1,46,500 रुपये ठग लिये। वादी की तहरीर के आधार पर कोतवाली अल्मोड़ा में एफआईआर पंजीकृत की गयी।
मामला संज्ञान में आने के बाद एसएसपी देवेन्द्र पींचा ने गहन विवेचना कर आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसी क्रम में सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक अल्मोड़ा कोतवाली जगदीश चंद्र देउपा ने साईबर सेल के सहयोग से संबंधित बैंक खातों की डिटेल प्राप्त की। तो एक खाता प्रवीण कुमार पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी तुगलकाबाद एक्सटेंशन कालीकाजी थाना गोविन्दपुरी, नई दिल्ली व दूसरा खाता रोविन सिंह पुत्र राम प्रसाद निवासी केशव नगर, गली नंबर-12, थाना लोनी बार्डर, जिला गाजियाबाद का पाया गया। उक्त व्यक्तियों की तलाश के लिए उप निरीक्षक कृष्ण कुमार को पुलिस टीम के साथ भेजा गया। पुलिस टीम ने सर्विलांस सेल के सहयोग से ठोस सुरागरसी-पतारसी की और उक्त व्यक्तियों का पता लगाया। इसके बाद गत 26 फरवरी 2024 को लोनी बार्डर, जिला गाजियाबाद से इन्हें पकड़ लिया गया। इनसे गहनता से पूछताछ की, तो तीसरे आरोपी मोहित कुमार उर्फ सोनू का नाम प्रकाश में आया। मोहित कुमार उर्फ सोनू पुत्र रमेश प्रकाश निवासी संगम पार्क शिवमंदिर खोड़ा कालोनी, थाना खोड़ा गाजियाबाद को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी प्रवीन कुमार ने बताया कि वर्तमान में टैक्सी चलाने का कार्य करता है। वर्ष 2018 से वर्ष 2022 तक वह मोहित कुमार के साथ एक कम्पनी में कार्यरत रहे। उनके पास उक्त कंपनी के ऐसे ग्राहकों की डिटेल थी, जिनका पैसा खरीददारी के बाद कंपनी में बांकी था। उन्होंने कम्पनी छोड़ने के पश्चात योजना बनाई और ऐसे ग्राहकों को उनका पैसा वापस दिलाने का लालच देकर फ्राड करना शुरू कर दिया। इसके लिए वाँयस चेन्जिंग फोन का इस्तेमाल किया। जिसका उपयोग लड़की की आवाज में भी बात करने के लिये किया जाता था। उसने बताया कि ग्राहकों से बात करने के लिये उन्होंने कपिल रौतेला, महेश शर्मा व कृतिका मलिक जैसे फर्जी नामों का सहारा लिया।उसने बताया कि ट्रान्जेक्शन के बाद ठगी में प्रयुक्त खाता व नम्बर को बंद कर देते थे। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों को वैधानिक प्राविधानों के अनुसार धारा 41क CRPC का नोटिस तामील कराकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अल्मोड़ा कोतवाली जगदीश चंद्र देउपा, बेस चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार, अपर उप निरीक्षक चन्द्र मोहन पाण्डे, हेड कांस्टेबल किशोर कुमार, मुदित वर्मा व फिरोज खान, कांस्टेबल बलवंत प्रसाद व इन्द्र कुमार शामिल रहे।