कौसानी: आर्य समाज एकमात्र सर्वप्राही एवं सर्वव्यापी संगठन है— स्वामी आर्यवेश
✍️ अनाशक्ति आश्रम कौसानी में पांच दिनी चिंतिन शिविर शुरु
सीएनई रिपोर्टर, कौसानी: बागेश्वर जिलांतर्गत अनाशक्ति आश्रम कौसानी में आर्य समाज के तत्वावधान में पांच दिवसीय चिंतिन शिविर शुरू हो गया है। मुख्य अतिथि आर्य समाज के अंतर्राष्ट्रीय विचारक स्वामी आर्यवेश जी महाराज ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने आर्य समाज को विश्व का एकमात्र सर्वप्राही व सर्व व्यापी संगठन बताया। उन्होंने प्राणीमात्र के लिए संगठन का विशेष महत्व रहा है।
कार्यक्रम में आर्यवेश ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने 1875 में आर्यसमाज की स्थापना की। विश्व को यह संदेश दिया की परमात्मा की दृष्टि में न तो कोई जाति भेद है और न वर्णभेद है। परमात्मा जो चराचर जगत के समस्त जीवधारियों में आत्मा के रूप में व्याप्त हैं। विशिष्ट अतिथि साहित्यकार गोपाल दत्त भट्ट व मोहन जोशी आर्यसमाज के महत्व पर प्रकाश डाला। आर्यसमाज को विश्व का महान संगठन बताया। उन्होंने अपनी प्रसिद्ध कुमाउंनी रचनाएं भी सुनाईं। अध्यक्षता समाजसेवी भैरवनाथ टम्टा तथा संचालन आर्य समाज के अंतरराष्ट्रीय सहमंत्री एडवोकेट गोविंद भंडारी ने किया। इस मौके पर सुश्री राधा बहन, नीमा बहन, डॉ. एके सिंह, युवा स्वामी आदित्यवेश, रंजना सिंह, महिप किशोर, अशोक भंडारी, जीवन सिंह कालाकोटी, कमल पांडेय, बबलू नेगी आदि मौजूद रहे।