16 हजार फिट की ऊंचाई पर स्थापित होगी मां नंदा आनंदेश्वरी की अष्टधातु मूर्ति
✍️ बागेश्वर के सुंदरढूंगा घाटी में स्थित है देवी कुंड, कमेटी बनी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: सुंदरढूंगा घाटी स्थित देवी कुंड में मां नंदा आनंदेश्वरी की अष्टधातु की मूर्ति स्थापित होगी। विश्व में मां भगवती का यह मंदिर सबसे अधिक ऊंचाई 16 हजार फीट पर विराजमान होगा। जिसके लिए मंदिर निर्माण कमेटी का गठन किया गया। बालयोगी चैन्याकाश को मुख्य संरक्षक, विधायक सुरेश गढ़िया को संरक्षक तथा गिरीश परिहार को व्यवस्थापक चुना गया।
मंदिर निर्माण के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता बाल योगी चैन्याकाश ने की। उन्होंने कहा कि देवी कुंड का निर्माण देवों के देव महादेव ने कराया। जिसमें मां भगवती स्नान करतीं थीं। बदियाकोट, बाछम, सोराग, खाती, तीख, डोला, कर्मी, ढोक्टी आदि गांवों की नंदा जात यात्रा प्रतिवर्ष यहां तक निकलती है। कुंड के चारों तरफ बर्फ रहती है। ब्रह्मकमल देवी कुंड की सुंदरता को चार चांद लगाता है। मंदिर में अष्टधातु की मूर्ति स्थापित की जाएगी। यह मंदिर विश्व का सबसे अधिक ऊंचाई पर होने का गौरव भी प्राप्त करेगा। ग्लेशियरों की यात्रा के अलावा अब धार्मिक यात्रा भी प्रारंभ हो सकेगी। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। विधायक गढ़िया ने कठहलिया तक मार्ग निर्माण के लिए 90 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। आचार संहिता के बाद मार्ग निर्माण प्रारंभ हो सकेगा। हिमालय में स्थित देवी कुंड के समीप पुरातन देवी मंदिर है। वह काफी छोटा है। जिसे भव्य तथा दिव्य रूप दिया जाएगा।
मंदिर निर्माण कमेटी बनी
मंदिर निर्माण कमेटी में विधायक के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, ब्लाक प्रमुख गोविंद दानू संरक्षक, चंद्र सिंह अध्यक्ष, नरेंद्र सिंह उपाध्यक्ष, गोविंद सिंह सचिव, देवेंद्र सिंह सह सचिव तथा मोहन सिंह कोषाध्यक्ष चुने गए। नारायण सिंह, राजेंद्र पूना, आनंद सिंह, जीतू दानू, एडवोकेट खीम सिंह बिष्ट, नरेंद्र दानू, बलवंत सिंह आदि को सदस्य बनाया गया।