बागनाथ नगरी को ठोस पेयजल योजना की दरकार
✍🏻 गर्मी चढ़ने के साथ ही बढ़ने लगी पेयजल किल्लत
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: गर्मी बढ़ने के साथ ही नगर में जलस्रोतों की क्षमता में भी गिरावट आने लगी है। जिससे नगर में पेयजल किल्लत प्रारंभ हो गई है। लोग प्राकृतिक स्रोतों का रुख कर रहे हैं। जिसमें उनका समय बर्बाद हो रहा है। उन्होंने नगर के लिए ठोस योजना बनाने की मांग की है।
जिले में दो-दो नदियां बहतीं हैं। गर्मियों में नदियों का पानी भी कम हो जाता है। जाड़ों में औसतन वर्षा नहीं हुई। जिसका असर जल स्रोतों पर पडने लगा है। मंडलसेरा का भाना नौला सूख गया है। लोग हैंडपंप से पानी भर रहे हैं। जबकि यहां नलों पर तीसरे दिन पानी की आपूर्ति हो रही है। लोग कपड़ा आदि धोने के लिए भी हैंडपंप पर पहुंच रहे हैं। मजियाखेत, सैज आदि स्थानों पर भी पेयजल की कमी हो गई है। आदर्श कालौनी निवासी राजेंद्र उपाध्याय, हरीश मनराल, नरेश उप्रेती आदि ने कहा कि तीसरे दिन पानी की आपूर्ति हो रही है। भुरुचुनिया धार के अधिकतर परिवार हैंडपंप से पानी भर रहे हैं। उन्होंने नगर के लिए ठोक योजना बनाने की मांग की है। इधर, जलसंस्थान के अधिशासी अधिकारी सीएस देवड़ी ने कहा कि जलस्रोतों में पानी की कमी होने लगी है। जहां पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है, वहां टैंकर से भेजा जाएगा।