अल्मोड़ा: 04 फरवरी को नामी जनांदोलनकारी डा. शमशेर सिंह बिष्ट की जयंती
👉 संगोष्ठी के जरिये संघर्ष को किया जाएगा याद
👉 उत्तराखंड के मौजूदा परिदृश्य पर होगा मंथन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: आगामी 4 फरवरी को नामी जनांदोलनकारी एवं संघर्षशील जननेता रहे डा. शमशेर सिंह बिष्ट की जयंती मनाएगी। यह जयंती कार्यक्रम शमशेर स्मृति समिति/उत्तराखंड लोक वाहिनी के बैनर तले आयोजित होगा। इसकी तैयारी के सिलसिले में आज समिति की बैठक हुई। जिसमें तय हुआ कि इस उपलक्ष्य में उत्तराखंड के मौजूदा परिदृश्य पर संगोष्ठी के जरिये गहन मंथन होगा।
बैठक में वक्ताओं में तय हुआ कि शमशेर स्मृति समारोह समिति/ उत्तराखंड लोक वाहिनी द्वारा इस उपलक्ष्य में 4 फरवरी को अपराह्न 2:30 बजे से शिवाय होटल अल्मोड़ा में एक संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। जिसमें वर्तमान में उत्तराखंड के लोक परिदृश्य, भू -कानून तथा मूल निवास के मुद्दे पर गहन मंथन होगा। संगोष्ठी में राज्य के अन्य जरूरी सवालों पर विचार रखे जाएंगे। वहीं डा. शमशेर सिंह बिष्ट के व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला जाएगा। बैठक में उत्तराखंड संघर्ष वाहिनी के पदाधिकारियों ने 'नशा नहीं रोजगार दो' आंदोलन पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यह आंदोलन आज भी प्रासंगिक है। यह भी कहा कि आंदोलन की 40वीं वर्षगांठ पर प्रदेश के विभिन्न स्थानों में मित्र संगठन कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और वाहिनी इन सभी कार्यक्रमों का समर्थन करती है।
बैठक में उत्तर प्रदेश के पूर्व लोकायुक्त डॉ. सुधीर वर्मा के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की गई और उन्हें श्रद्धांजलि दी। डॉ. सुधीर वर्मा इलाहाबाद उच्च न्यायालय तथा लखनऊ उच्च न्यायालय की पीठ में न्यायाधीश रहे। सेवानिवृत होने के बाद प्रतिवर्ष अल्मोड़ा में वह चिकित्सकों को डॉ. गजेंद्र थापा की स्मृति में पुरस्कृत करते रहे। बैठक में वाहिनी के वरिष्ठ नेता जगत रौतेला, जंगबहादुर थापा, रेवती बिष्ट, पूरन चंद्र तिवारी, विशन दत्त जोशी, अजयमित्र सिंह बिष्ट, दयाकृष्ण कांडपाल, अजय मेहता आदि शामिल रहे। बैठक के जरिये लोगों से इस कार्यक्रम में अधिकाधिक संख्या में हिस्सा लें।