प्रधानमंत्री मोदी से मिले मुख्यमंत्री धामी, देहरादून आने का दिया आमंत्रण
नई दिल्ली/देहरादून | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें अगले सप्ताह देहरादून में होने वाले वैश्विक निवेश सम्मेलन का उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देहरादून में आठ और नौ दिसंबर को वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित हो रहा है और प्रधानमंत्री मोदी को सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए उन्होंने आमंत्रण दिया है। इस दौरान धामी ने सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालेने में मिले मार्ग-निर्देशन और सहयोग के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस काम मे उन्होंने जो मार्गदर्शन दिया और ज़रुरी संसाधन उपलब्ध कराए उसी के कारण इस विकट समस्या से निजात मिल सकी है।
उन्होंने जमरानी बांध परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में शामिल कर 1730.21 करोड़ की स्वीकृति देने के लिए मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने सौंग बांध पेयजल परियोजना को पूंजीगत व्यय के लिए 2460 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की स्वीकृति तथा जौलीग्रान्ट हवाई अड्डे के उच्चीकरण हेतु विशेष वित्तीय सहायता के रूप में 3000 करोड़ रुपए की सहायता का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर, हरिद्वार में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान स्थापित करने, न्यूजीलैण्ड के सहयोग से चल रहे कीवी फिजिविलटी स्टडी में उत्तराखण्ड को सम्मिलित करने का अनुरोध किया। मानसखण्ड मन्दिर माला परियोजना के विकास तथा पिथौरागढ़ के लिए सुगम यात्रा के वास्ते 508 किमी सड़क के लिये 20 डीपीआर की मंजूरी के साथ 1000 करोड़ रुपये की स्वीकृति तथा काठगोदाम-भीमताल ध्यानचुली-खेतीखान-लोहाघाट-पंचेश्वर मोटर मार्ग, मोहान- भतरोंजखान-भिकियासैंण-देघाटह-बुंगीधर नागचुलाखाल- मेहलचौरी मोटर मार्ग, ’खैरना- रानीखेत-भतरोंजखान मोटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने तीन सुरंग परियोजनाओं की स्वीकृति, टनकपुर-बागेश्वर रेल योजना को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में पूर्ण वित्तपोषण के तहत 44,140 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।
उन्होंने नैनी-सैनी हवाई अड्डे से फिक्स्ड विंग वायुयान के संचालन, पंतनगर हवाई अड्डे के विस्तार के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को त्वरित कार्रवाई करने तथा कुमाऊं क्षेत्र में राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र की स्थापना का प्रधानमंत्री से अनुरोध किया।