बागेश्वर: डीएलएड प्रशिक्षु आरती बिष्ट ने महिला को दिया खून
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिला अस्पताल में भर्ती एक महिला को रक्त की जरूरत थी। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण वह बेहोशी की हालत में थी। दो यूनिट रक्तदान कोष से उसे चढ़ाया गया, लेकिन एक यूनिट की फिर जरूरत पड़ी, तो स्वजनों ने भारतीय रेडक्रास सोसायटी से संपर्क किया। डीएलएड प्रशिक्षु आरती बिष्ट ने उन्हें रक्तदान कर मानव सेवा का धर्म निभाया।
जिला अस्पताल में भर्ती मंडलसेरा निवासी 35 वर्षीय भावना पांडे को बी पाजीटिव रक्त की जरूरत थी। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण चिकित्सकों ने उन्हें सलाह दी। जिला रक्तकोष से दो यूनिट चढ़ाने के बावजूद उन्हें एक यूनिट की जरूरत पड़ी। रेडक्रास के दीपक पाठक, कन्हैया वर्मा ने द्यांगण गांव निवासी आरती बिष्ट से संपर्क किया। वह डायट पर पठन-पाठन कर रही थीं। उन्होंने सीधे जिला अस्पताल का रुख किया तथा महिला को जीवनदान दिया। सोसायटी के चेयरमैन संजय साह जगाती, सचिव आलोक पांडे आदि ने उनकी सराहना की है।
रक्तकोष ने कराया एक घण्टा इंतजार
बागेश्वर। जिला चिकित्सालय में अत्यधिक रक्तस्राव के कारण महिला का हीमोग्लोबिन कम हो गया था। जिस पर रेडक्रॉस के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर मुहिम चलाकर रक्तदान की अपील की। इसे देख डायट बागेश्वर में डीएलएड प्रशिक्षु आरती रक्तकोष केंद्र रक्तदान करने पहुँची, लेकिन रक्तकोष में तैनात कर्मचारी एक—दूसरे की ड्यूटी होने का बहाना बनाते रहे।शिकायत है कि रक्तकोष प्रभारी को फोन करते रहे, किंतु उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा। एक घण्टे इंतजार करने के बाद रक्तकोष केंद्र में कर्मचारी पहुँचा, तब रक्तदान हुआ। रक्तकोष केंद्र में इस तरह की लापरवाही से सामाजिक संगठनों ने कड़ी नाराजगी जताई है