जिला पंचायत को आदर्श पंचायत के रूप में विकसित करने के हो रहे प्रयास
👉 जिला पंचायत अध्यक्ष उमा सिंह की प्रेस वार्ता
📌 चार वर्ष के विकास कार्यों का प्रस्तुत किया लेखा—जोखा
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। जिला पंचायत अध्यक्ष उमा सिंह ने कहा कि उनके स्तर पर जिला पंचायत को एक आदर्श पंचायत के रूप में विकसित करने के सामूहिक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत चार वर्षों की विकास यात्रा का विस्तृत ब्योरा आज मीडिया के समक्ष रखा।
अध्यक्ष उमा सिंह ने कहा कि उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में गत 2 दिसंबर 2019 को कार्यभार ग्रहण किया था। तब से वह तमाम सदस्यों निरंतर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्येां को अंजाम दे रही हैं।
उन्होंने यहां डाक बंगले में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि जनपद अंतर्गत जिला पंचायत की परिसंपत्तियों, भवन भूमि को अतिक्रमण से बचाने हेतु चाहरदीवारी, रख—रखाव करते हुए डाक बंगलों हवालबाग, भिकियासैंण, द्वाराहाट एवं चौघानपाटा स्थित जिला पंचायत आवासीय परिसर, गैराज का जीर्णोद्धार किए जाने के साथ—साथ पंचायत की आय में वृद्धि करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लाइसेंस कर, यूजर चार्ज के रूप में जिला पंचायत को प्राप्त होने वाली आय में निरंतर वृद्धि किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक विकासखंडों के बाजारों में स्वच्छकों की नियुक्ति की गई है। ताकि स्वच्छता अभियान को गति दी जा सके।
मुख्य रूप से सोमेश्वर, मासी, देघाट, बग्वालीपोखर, दन्या आदि बाजारों में ई—रिक्शा कूड़ा वाहन दिए गए हैं, जो नियमित रूप से बाजारों में कूड़ा उठाते हैं। इसे अलावा अल्मोड़ा के 11 विकासखंडों में सप्ताहवार निर्धारित दिनों में दो कूड़ा वाहन पिकअप द्वारा अवशिष्ट निस्तारण क कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है।
स्वच्छ भारत ग्रामीण अभियान के अंतर्गत स्वजल विभाग द्वारा प्लास्टिक अपशिष्ट निस्तारण के लिए हर विकासखंड में कापेक्टर शेड का निर्माण किया जा रहा है। हवालबाग, धौलादेवी, द्वाराहाट, भिकियासैंण एवं स्याल्दे में काम्पेक्टर मशीन स्थापित कर दी गई है।
जिला पंचायत अध्यक्ष उमा सिंह ने कहा कि जीवनदायिनी नदियों को साफ रखने के लए जिला पंचायत अल्मोड़ा द्वारा कोसी नदी महा स्व्च्छता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, धारानौला स्थित जिला पंचायत कार्यालय में मुख्य गेट का निर्माण कर एवं परिसर का रख—रखाव करते हुए भवनों की मरम्मत एवं रेग—रोगन कार्य किया जा रहा है।
जिला पंचायत की आय बढ़ाने के उद्देश्य से उपविधियों व उप नियमों को तैयार कर सृजन किया जा रहा है। गांवों के चौमुखी विकास के लिए राज्य वित्त आयोग व 15वें वित्त आयोग से प्राप्त अनुदानों से संपर्क मार्ग, पुलिया निर्माण, जल संरक्षण व संवर्धन, पेयजल योजनाएं, शौचालय निर्माण, बारात घर निर्माण, सौर उर्जा लगाने आदि का कार्य सदस्यों की मांग के अनुसार किए जा रहे हैं।
प्रेस वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष के पीआरओ शंकर चिलवाल, अपर मुख्य अधिकारी जगदीश प्रसाद, अवर अभियंता अनिल रावत आदि मौजूद थे।