बागेश्वर ब्रेकिंग: झाड़ियों की आग से गौशाला स्वाहा, गाय व बछड़ा जिंदा जले
✍️ जौलकांडे में दोमंजिला मकान आग की भेंट चढ़ने से परिवार बेघर
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: झाड़ियों की आग ने एक गोशाला को आगोश में ले लिया और हादसे में गोशाला में बंधी गाय व बछड़ा जिंदा जल गए। इससे पशुपालक को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने वन विभाग को सूचना दी है। उधर जौलकांडे में हुए अग्निकांड से संबंधित परिवार बेघर हो गया है। प्रभावित परिवारों को मुआवजा की मांग की गई है।
रीमा निवासी गोपाल सिंह पुत्र किशन सिंह को गोशाला काफली नामक स्थान पर है। सड़क के नीचे दिन में झाड़ियों में आग लगी थी। शाम तक आग बुझ गई थी। रात में तेज हवाएं चलने से चिंगारी गोशाल तक पहुंच गई। गोशाला टिन तथा लकड़ी का बना था। उसके अंदर घास, लकड़ी भी थीं। अंदर बंधी एक गाय तथा एक बछड़ा आग में जल गया है। पूर्व फौजी विरेंद्र सिंह ने कहा कि पशुपालक को भारी नुकसान हुआ है। जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई है। उन्होंने पीड़ित पशुपालक को मुआवजा देने की मांग की है। इधर, आरओ धरमघर प्रदीप कांडपाल ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है।
दोमंजिला मकान आग की भेंट चढ़ने से परिवार बेघर
बागेश्वर: जंगल की आग से जौलकांडे में दो मंजिला मकान जल गया था। पीड़ितों ने जिलाधिकारी से मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनका घरेलू सामान आदि सभी जल गया है। वह बेघर हो गए हैं। जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में पीड़ित दिनेश प्रसाद ने कहा कि वह रुद्रपुर में प्राइवेट नौकरी करता है। उसकी पत्नी तथा दो बच्चे हैं। एक मई को जंगल की आग से उनका दो मंजिला चार कमरों का मकान पूरी तरह जल कर खाक हो गया है। घर में रखे बर्तन, चौखट, बेड, हारमोनियम, आठ तांबे के गागर, बिस्तर आदि सभी जल कर खाक हो गया है। मकान पतथर वाला था। छत भी पूरी तरह जल गई है। वह बेघर हो गया है। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच कर उचित राहत प्रदान करने की मांग की है। इधर, वन विभाग के रेंजर श्याम सिंह करायत ने कहा कि खरपतवार जलने से मकान को आग लगी थी। जिसकी जांच की गई है।