अल्मोड़ा: नवरात्र में मंदिरों में पशुबलि रोकने को गायत्री परिवार सक्रिय
✍️ जिलाधिकारी को भेजा ज्ञापन, पशुबलि रोकने व जनजागरण में सहयोग का अनुरोध
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: 03 अक्टूबर से शुरु हो रही नवरात्र के मद्देनजर प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी गायत्री परिवार मंदिरों में पशुबलि रोकने के लिए सक्रिय हो चुका है। गायत्री परिवार से जुड़े लोगों ने इसी मसले पर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया है। जिसमें मंदिरों में पशुबलि रोकने समेत मंदिरों में गंदगी व नशा करने वालों पर अंकुश लगाने का अनुरोध किया है।
गायत्री परिवार के सदस्यों ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में बताया है कि वर्ष 2002 से मंदिरों में पशुबलि पर पूर्ण रोक लगाने के लिए गायत्री परिवार प्रयासरत है और गायत्री परिवार के निरंतर जन जानरण एवं प्रशासन के सहयोग से मंदिरों में पशुबलि में कमी भी आई है। यह भी कहा है कि उच्च न्यायालय द्वारा भी मंदिरों में पशुबलि पर पूर्ण रोक लगाने के आदेश दिए जा चुके हैं। इसके बावजूद अभी भी कई लोग नवरात्रों में मंदिरों में बलि के लिए बकरे लेकर पहुंचते हैं। अंदेशा व्यक्त किया है कि इस बार भी नवरात्र में मंदिरों में पशुबलि के लिए लोग आ सकते हैं। ऐसे में पशुबलि रोकने पर जोर देते हुए गायत्री परिवार की टीम को जनजागरण में सहयोग की अपेक्षा की है।
ज्ञापन में बताया है कि आगामी 3 अक्टूबर से नवरात्र शुरु हो रहे हैं। इसी के मद्देनजर मंदिरों में पशुबलि पर अंकुश लगाने के लिए प्रसिद्ध चितई गोलू मंदिर के पिछले गेट पर पुलिस बल तैनात करने का अनुरोध किया है, ताकि पिछले वर्षों की भांति कोई व्यक्ति बलि के लिए बकरे लेकर मंदिर में प्रवेश नहीं कर सके। यह भी बताया है कि कई लोग नशा करके मंदिरों में घुसते हैं। जो व्यवधान पैदा करते हैं या धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती बरतने का अनुरोध किया है और इसके लिए पुलिस को निर्देशित करने की मांग की है। जिलाधिकारी से अनुरोध भी किया है कि मंदिरों में पशुबलि व गंदगी फैलाने वालों पर नजर रखने के लिए पुलिस बल को निर्देशित किया जाए। यह भी बताया है कि गायत्री परिवार की टीम नवरात्र में चितई मंदिर में पशुबलि, मंदिरों में गंदगी व नशा करने के खिलाफ जनजागरण करती हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए उन्हें सहयोग करने का अनुरोध किया है।
ज्ञापन देने वालों में गायत्री परिवार से जुड़े मीनू भट्ट, प्रेमा कांडपाल, अनीता कफलिया, विमला वर्मा, मंजू जोशी, मीनाक्षी पाण्डेय, गोपा जोशी, कुसुमलता कांडपाल, भगीरथ पांडे, बलवंत कुमार, पूरन चंद्र कांडपाल, भीम सिंह अधिकारी, आशा वर्मा, उर्मिला तिवारी, सुशीला तिवारी, गीता भट्ट, रेखा भट्ट, राम सिंह बिष्ट, मोहन चंद्र पाण्डेय, दीपा जोशी, इंद्रा गनघरिया, सरोज भट्ट, दीपा भट्ट व मयंक नेगी आदि शामिल हैं।