अच्छी ख़बर : पुन: प्रारम्भ हुईं एक साल से बंद दस दुग्ध समितियां
पहले ही दिन गांवों से आया 250 लीटर से अधिक दूध
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। दुग्ध अवशीतन केंद्र जैंती की विगत एक साल से बंद हो चुकी 10 दुग्ध समितियां पुन: प्रारम्भ हो गई हैं। इसके पीछे अध्यक्ष दुग्ध संघ एवं क्षेत्रिय विघायक मोहन सिह मेहरा के अथक प्रयास रहे हैं।
यह समितियां हुई दोबारा शुरू
पुन: प्रारम्भ हुई समितियों में खाकर, सुरचौड़ा, तल्ला भटयूडा, उडियारी, स्यूडा, कांडे, कुंज, सूरी, नया सगरौली, तल्ला बिनौला शालि हैं। यहां से दूध जैंती अवशीतन केन्द्र पर गत दिवस से आने लगा है।
दुग्ध उत्पादकों के हित लाभों का रखा जायेगा ध्यान : खोलिया
अवशीतन केन्द्र को प्रारम्भ करते हुये अध्यक्ष गिरीश खोलिया ने कहा की इस क्षेत्र के दुग्ध उत्पादकों की लगातार मांग आ रही थी की अवशीतक केन्द्र को प्रारम्भ किया जाए। जिसके परिपेक्ष में दुग्ध उत्पादकों के हितलाभ को ध्यान रख केन्द्र को पुनः शुरु किया गया है। उन्होने कहा कि इस क्षेत्र में और अधिक दुग्ध समितियां गठित कर अधिक से अधिक लोगों तथा गांव—गांव को सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जायेगा। दुग्ध संघ स्तर से प्रदत्त सभी सुविधायें दुग्ध उत्पादकों तक पहुंचायी जायेगी।
खोलिया ने बताया कि आज अवशीतक केंद्र जैंती में लगभग 250 लीटर से अधिक दूध गांवों से आया। इस पर और अधिक कार्य किया जा रहा है। भविष्य में और अधिक दुग्ध उर्पाजन इस क्षेत्र से हो इसका ठोस प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया की अभी तीन दुग्ध मार्ग खाकर मार्ग, पीपली मार्ग एवं कुंज मार्ग बनाये गये हैं, जिससू दूध अवशीतन केंद्र लाया जा रहा है।
इस अवसर पर संस्था के उर्पाजन अनुभाग की टीम को लगाया गया था। जिसमें प्रभारी सुरेश बेलवाल, कल्पना, सुनीता, पूरन राम, हरीश मेहरा, के सी तिवाडी आदि शामिल रहे।