राजकीय संग्रहालय अल्मोड़ा को प्राप्त हुई लगभग डेढ़ सौ साल पुरानी 'कोरा'
✍️ खड़ाऊं गांव के स्व. किशन सिंह बिष्ट की धरोहर को पुत्रों ने किया दान
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जिले के खड़ाऊं गांव के स्व. किशन सिंह बिष्ट की कोरा (खड़ग/खांन्) अब राजकीय संग्रहालय अल्मोड़ा की हो गई है, जो संभवत: 120 से 150 साल पुरानी है। स्व. किशन सिंह बिष्ट की इच्छानुसार यह दुर्लभ वस्तु उनके पुत्रों धीरेंद्र सिंह बिष्ट एवं राकेश सिंह बिष्ट ने पंडित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय संग्रहालय अल्मोड़ा को दान स्वरूप भेंट कर दी है।
यह जानकारी राजकीय संग्रहालय, अल्मोड़ा के प्रभारी निदेशक डॉ. चन्द्र सिंह चौहान ने दी है। डा. चौहान ने बताया कि स्व. किशन सिंह बिष्ट, निवासी ग्राम व पोस्ट खड़ाऊ, बाखली-पिछाड़ी, अल्मोड़ा की कोरा (खड़ग/खांन्) लगभग 120 से 150 वर्ष पुरानी है। उनकी इच्छानुसार उनके पुत्रों द्वारा इसे राजकीय संग्रहालय, अल्मोड़ा को दान कर दिया है। डॉ. चन्द्र सिंह चौहान ने कहा है कि इससे संग्रहालय की कलाकृतियों में समग्रता आयेगी और पर्यटकों, दर्शकों एवं शोधार्थियों को इसकी सांस्कृतिक विरासत को जानने का अवसर प्राप्त होगा।
उन्होंने जनता से अपील की है कि जिस किसी व्यक्ति के पास यदि कोई भी प्राचीन धरोहर/कलाकृति है, तो वे उसे संग्रहालय को दान स्वरूप भेंट कर सकते हैं। जिसे संग्रहालय द्वारा दानदाताओं का विवरण सहित प्रदर्शित किया जायेगा। उक्त कोरा स्व. किशन सिंह बिष्ट के बड़ी मुखानी, हल्द्वानी निवासी भतीजों वीरेन्द्र सिंह बिष्ट एवं देवेन्द्र सिंह बिष्ट के माध्यम से राजकीय संग्रहालय, अल्मोड़ा को प्राप्त हुई हैं। कोरा (खड़ग/खांन्) प्राप्त करते वक्त चन्दन सिंह जीना एवं राजकीय संग्रहालय, अल्मोड़ा से सुरेन्द्र सिंह एवं जन्मेजय तिवारी मौजूद रहे।