EducationHealthCovid-19Job Alert
Uttarakhand | Tehri GarhwalRudraprayagPithoragarhPauri GarhwalHaridwarChampawatChamoliUdham Singh NagarUttarkashi
AccidentCrimeUttar PradeshHome

हरिद्वार की बेटी मनीषा चौहान का भारतीय महिला हॉकी टीम में चयन

02:00 PM May 07, 2024 IST | CNE DESK
Manisha Chauhan
Advertisement

हरिद्वार | उत्तराखंड की एक और बेटी ने देश में नाम रोशन किया है। भारतीय महिला हॉकी टीम में हरिद्वार की मनीषा चौहान (Manisha Chauhan) को जगह मिली है। जल्द ही मनीषा चौहान हॉकी प्रो लीग खेलने के लिए बेल्जियम और इंग्लैंड जाएगी। मनीष चौहान हरिद्वार जिले के श्यामपुर कांगड़ी गांव की रहने वाली है जिनका इंडियन विमेन हॉकी टीम में सिलेक्शन हुआ है। मनीषा का चयन इंडियन टीम में बतौर मिडफील्डर किया गया है। आपको बता दें कि भारतीय हॉकी टीम में हैट्रिक गर्ल के नाम से मशहूर वंदना कटारिया (Vandana Kataria) भी हरिद्वार के रोशनाबाद गांव की रहने वाली है।

पिता के रिटायरमेंट फंक्शन के दिन मनीषा के सिलेक्शन का आया था फोन

मनीषा चौहान का चयन होने से परिवार समेत पूरे गांव में खुशी का माहौल है। मनीषा के पिता ज्ञान सिंह बीएसएफ से सेवानिवृत हुए हैं, और जिस दिन उनके रिटायरमेंट का फंक्शन था। उसी दिन मनीषा के इंडियन विमेन हॉकी टीम में सिलेक्शन का फोन आया, उस वक्त घर पर सभी मेहमान आए हुए थे। मनीषा के हॉकी टीम में चयन की बात सुनकर सभी की खुशी दोगुनी हो गई।

Advertisement

परिवार ने कहा था खेल पर नहीं पढ़ाई पर ध्यान दो

मनीष चौहान के पिता ज्ञान सिंह बताते हैं की बचपन में जब मनीषा कक्षा 5 में थी तभी से उसे हॉकी खेलने का शौक हुआ, तब उसे मना किया गया और कहा कि तुम लड़की हो पढ़ाई पर ध्यान दो, लेकिन मनीषा का मन सिर्फ हॉकी खेलने में था। ज्ञान सिंह बताते हैं कि धीरे-धीरे जब मनीषा हॉकी की ओर बढ़ने लगी और अच्छा प्रदर्शन करने लगी, तब परिवार के लोगों ने भी मनीषा का सहयोग करना शुरू किया। और आज उसके भारतीय महिला हॉकी टीम में चयन से परिवार समेत पूरे गांव में खुशी की लहर है।

मनीषा में डिसिप्लिन और खेल के प्रति लगन पहले से थी

मनीषा के हॉकी करियर की शुरुआत श्यामपुर स्थित श्री राम विद्या मंदिर से हुई। स्कूल के फिजिकल टीचर और हॉकी कोच बलविंदर सिंह ने मनीषा के खेल को निखार दिया। मनीषा के कोच बलविंदर सिंह का कहना है कि उन्हें विश्वास था कि मनीषा का एक दिन इंडियन टीम में सिलेक्शन जरूर होगा। क्योंकि वह हमेशा हॉकी के प्रति लगन और डिसिप्लिन रखती थी। इसके अलावा मनीषा में सीखने की ललक बहुत ज्यादा थी, इन खूबियों को वजह से मनीषा को भारतीय महिला हॉकी टीम में उसे जगह मिली है।

Advertisement

Related News