राम रसोई अयोध्या : आप आ रहे हैं तो यहां कर सकते हैं नि:शुल्क भोजन
CNE DESK/प्राण—प्रतिष्ठा कार्यक्रम के चलते प्रभू श्री राम की नगरी अयोध्या (Ram Mandir Ayodhya) इन दिनों खासी चर्चा में है। श्री राम मंदिर पर तो पूरे विश्व में चर्चा हो रही है, लेकिन इस बीच राम रसोई अयोध्या का भी जिक्र आ रहा है। यह वह रसोई है, जहां प्रतिदन 2500 से 3000 लोगों को मुफ्त भोजन कराया जाता है। बकायदा राम भक्तों को आधे दर्जन से अधिक स्वादिष्ट पकवान परोसे जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं। राम नगरी में जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। 22 जनवरी 2024 को देश—विदेश से आने वाले वीआईपी, वीवीआईपी के लिए खास इंतजाम तो किए गए हैं, लेकिन आम जनता का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
पास में यदि पैसे न भी हों तो भी राम भक्तों को अयोध्या से खाली पेट वापस न लौटना पड़े इसके भी इंतजाम हैं। यहां हम चर्चा कर रहे हैं अयोध्या में स्थापित राम रसोई की। ज्ञात रहे कि अयोध्या में राम रसोई भक्तों को फ्री खाना देती है। ये रसोई पटना के हनुमान मंदिर ट्रस्ट की ओर से संचालित है। जहां हर रोज 2500 से 3000 लोग स्वादिष्ट भोजन का आनंद उठाते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं इस राम रसोई के बारे में —
किधर है प्रभु श्री राम की यह राम रसोई !
राम रसोई का संचालन अयोध्या के अमावा मंदिर में पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा होता है।इसमें प्रति माह करीब 90 हजार भक्तों को नि:शुल्क भोजन प्रदान किया जाता है। प्रात: 11:30 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक ‘राम रसोई’ में भक्तों को कूपन मिलता है। देश भर से यहां आने वाले भक्त यहां आराम से भोजन कर सकते हैं। राम लला के दर्शन वाले रास्ते पर ही एक कार्यलय से भक्तों को भोजन के लिए कूपन मिल जाता है। इसी कूपन को दिखाकर आप भोजन की थाली ले सकते हैं।
कितने प्रकार के मिलते हैं व्यंजन
इस रसोई में राम भक्तों को 9 प्रकार के व्यंजन परोसे जाते हैं। जिसमें दो प्रकार की सब्जी, कचौड़ी, चटनी, कतरनी चावल, अरहर दाल, कोफ्ता, आलू दम की सब्जी, देशी घी, तिलौड़ी, पापड़ आदि शामिल होते हैं। यही नहीं, दक्षिण भारत के लोगो को दाल की जगह पर सांभर भी सर्व किया जाता है। यह भी बताना चाहेंगे कि बिहार में सीतामढ़ी में पहले से सीता रसोई है। जिसकी तर्ज पर ही अयोध्या में राम रसोई स्थापित की गई है। ‘राम रसोई’ के लिए वार्षिक 3.20 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित है। हालांकि अब इस बजट में वृद्धि की जा सकती है।