Inspiring Story : हिमांशु का रिवर्स पलायन, अमेरिकन कंपनी से इस्तीफा दे लौटे पहाड़
📌 नैनीताल जनपद में शुरू किया रिसॉर्ट एंड कैफे का संचालन
✍️ पढ़िये युवा उद्यमी हिमांशु भाकुनी की सफलता की कहानी
Highlights : यह सफलता की कहानी युवा व्यवसायी हिमांशु भाकुनी Himanshu Bhakuni की है। कोरोना काल में रिवर्स पलायन reverse migration करने वालों में वह भी शामिल रहे। जिन्होंने दिल्ली स्थित एक अमेरिकन कंपनी में बड़े पद से इस्तीफा दे पहाड़ को रिवर्स पलायन किया। आज वह अल्मोड़ा—नैनीताल के सीमावर्ती क्षेत्र क्वारब में एक रिसॉर्ट एंड कैफे का संचालन कर रहे हैं। जिससे वह स्वयं तो आत्मनिर्भर बने ही हैं। साथ ही उन्होंने बहुत से पहाड़ के लोगों को रोजगार भी प्रदान किया है।
हिमांशु भाकुनी संक्षिप्त परिचय :
हिमांशु भाकुनी नैनीताल के रहने वाले हैं। नैनीताल में उनका जन्म हुआ और हाई स्कूल तक वह सेंट जोसेफ़्स कॉलेज नैनीताल में पढ़े। उन्होंने आगे की पढ़ाई लखनऊ और दिल्ली से की। वर्ष 2021 में एक अमेरिकन आटोमोबिल कंपनी से ह्यूमन रीसोर्स मैनेजर के पद से इस्तीफ़ा देकर अपने घर नैनीताल वापस आने का निर्णय लिया।
इससे पूर्व साल 2020 में कोविड के कारण हिमांशु भाकुनी के पिताजी का स्वर्गवास अक्टूबर माह में हो गया था। जिसके बाद उन्होंने निर्णय लिया की वह अपनी माताजी के पास नैनीताल जायेंगे और कुछ स्वरोजगार करेंगे। तभी मन में विचार आया की एक अच्छा सा रिजॉर्ट बनाया जाए और रिवर्स पलायन के तहत अपने क्षेत्र में स्वरोजगार के साथ साथ वहाँ के ग्रामीणों को भी रोजगार दिया जाए।
जानिए Kinara Resort & Cafe के बारे में
यह रिजॉर्ट 26 February 2023 से प्रारम्भ हुआ। वर्तमान में इसमें 4 काटिज रूम हैं और 4 स्विस टेंट्स हैं। ये कोसी नदी के निकट है और यहां पर्यटकों के लिए खाने और रहने की सुविधा है। सभी कमरों में स्मार्ट टेलिविज़न, वाईफ़ाई, गीजर, टी केटल एवं टोईलेट्रीस उपलब्ध करायी गयी हैं। रिजार्ट में इंडीयन, चायनीज़, कांटिनेंटल एवं पहाड़ी उत्तराखंडी भोजन पर्यटकों के लिए उपलब्ध है।
उत्तराखंड में नव पहल की जरूरत
हिमांशु ने एक मुलाकात में बतायया कि उनके विचार से उत्तराखंड में पर्यटन विकास के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने समय—समय पर कुछ वर्कशोप रखनी चाहिए। जिसकी सूचना युवकों और कारोबारियों तक पहुंचे और इस वर्कशोप में उन्हें जो भी समस्या और नए प्राजेक्ट्स हैं उनके बारे में बताया जाए। जिससे की नयी—नयी पहल को दिशा मिल सकेगी।