बागेश्वर: सूखे व जल स्तर में कमी वाले जल स्रोतों की सर्वे के निर्देश
✍️ डीएम अनुराधा पाल ने जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों की समीक्षा की
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने जल संरक्षण और संवर्धन के तहत विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की शुक्रवार को समीक्षा की। इसमें डीएम ने कहा कि गांव के ऐसे पारम्परिक जल स्रोत या छोटी नदियां, जो सूख रहे हों या इनमें जलस्तर गिरा हो। उनका सर्वे करके चिह्नित किया जाए और एक सप्ताह के भीतर ऐसे जल स्रोतों की डीपीआर भी तैयार कर ली जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि गर्मियों में पेयजल का संकट ज्यादा होता है। इसलिए पेयजल आपूर्ति की सुचारू रखने तथा जल स्रोतों की वस्तुस्थिति की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर समस्याओं के समाधान में उचित कदम उठाए जाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों की सिंचाई की आवश्यकता को देखते हुए नदियों एवं जल स्रोतो में पानी की वास्तविक स्थिति का आंकलन करते हुए चिन्हित कर लिया जाय। जिलाधिकारी ने जल संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रभावी रूप से काम करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सभी विभाग आपसी सामंजस्य से जल स्रोत के संरक्षण और संवर्धन के लिए नई तकनीक के साथ-साथ पारम्परिक उपायों पर भी तेजी से काम करें। वर्षा जल को संरक्षित करने हेतु ठोस कार्ययोजना तैयार कर प्रभावी कदम उठाए जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, एसडीओ सुनील कुमार, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका हयात सिंह परिहार एवं अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई विमल कुमार सूंठा, अधिशासी अभियंता सिंचाई जेएस बिष्ट आदि उपस्थित थे।