टूटा डिप्लोमा इंजीनियर्स के सब्र का बांध, 30 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल
सीएनई रिपोर्टर, देहरादून। लंबित मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज डिप्लोमा इंजीनियर्स के सब्र का बांध अब टूट चुका है। लिहाजा प्रदेश के समस्त अभियंत्रणों विभागों में कार्यरत डिप्लोमा इंजीनियर्स 30 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनिर्य महासंघ की उच्चाधिकारी समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में महासंघ ने 01 अप्रैल 2023 से 12 मई 2023 तक प्रथम चरण का आंदोलन किया था। 23 मई से 02 जून 2023 तक दूसरे चरण का आंदोलन हुआ। 02 जून को महासंघ ने देहरादून में महारैली निकाली थी। वहीं 08 जून 2023 से हड़ताल प्रस्तावित थी।
महासचिव मुकेश रतूड़ी ने बताया कि गत 07 जून 2023 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के प्रतिनिधियों की वार्ता हुई। सीएम के आश्वासन के बाद हड़ताल स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद अपर मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन की अध्यक्षता में दो तथा सचिव कार्मिक की अध्यक्षता में 04 बैठकें हुई।
उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर 06 बैठकें होने तथा संगठन द्वारा कई बार अवगत कराये जाने के बावजूद शासन स्तर पर मांगों के संदर्भ में पूरी तरह उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया गया।
कनिष्ठ अभियंता संवर्ग हेतु जारी शासनादेश का अनुपालन सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है। ना तो पूर्व में मुख्य सचिव स्तर पर लिए गए निर्णयों का शासनादेश जारी किया गया है। जिस कारण महासंघ के सभी सदस्यों में घोर निराशा है। अतएव उच्चाधिकारी समिति की बैठक में तय हुआ है कि पूरे प्रदेश में डिप्लोमा इंजीनियर्स 30 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे।