अल्मोड़ा: बारिश बनी जानलेवा, बरसाती नाले में बहकर वृद्ध की मौत
✍️ पनार व कुटाड़ नदियों के बीच घंटों से फंसे दो युवक, आई जान पर आफत
✍️ रेस्क्यू के लिए देर शाम पहुंची एनडीआरएफ की टीम, सड़कों का हाल बुरा
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जिले में पिछले तीन दिन से अनवरत हो रही बारिश अब जानलेवा साबित होने लगी है। जिले के विकासखंड भैसियाछाना में एक गांव में बरसाती नाले में बहने से एक वृद्ध की मौत होने का समाचार है। उधर आज अन्य गांव से अपने गांव लौट रहे दो युवक कुटाड़ व पनार नदियों के बीच टापू में फंसे हैं। घंटों से फंसे इन युवकों को रेस्क्यू करने के प्रयास चल रहे हैं, किंतु देर शाम खबर लिखे जाने तक युवक टापू में फंसे ही थे। जिससे उन्हें खतरा बना हुआ है। इसके अलावा भारी बारिश के चलते सड़क मार्गों को हाल बुरा है। कई मोटरमार्ग मलबे से पट चुके हैं, जिससे उनमें यातायात बाधित हो गया है।
आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के भैसियाछाना ब्लाक अंतर्गत पटवारी क्षेत्र लिंगुड़ता के गांव थिकलना निवासी 73 वर्षीय दान सिंह पुत्र जवाहर सिंह गांव के पास ही बरसाती नाले में बह गए। जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। उधर धौलादेवी व लमगड़ा ब्लकों के मध्य बहने वाली कुटार व पनार नदियों के बीच टापू में आज दोपहर करीब 12 बजे से दो युवक फंस गए। हुआ यूं कि धौलादेवी ब्लाक के गाम चंगेठी निवासी दो युवक उमेश चौहान पुत्र दिगपाल सिंह व प्रेमनाथ पुत्र भीमनाथ अल्मोड़ा जिले की सीमा से लगे चंपावत जिले के पाटी ब्लाक अंतर्गत बर्थलेख गांव से अपने गांव चंगेठी लौट रहे थे। जैसे ही उन्होंने कुटार नदी पार की, तो इसी बीच पनार पनार नदी का बहाव बढ़ गया, तो वह नदी पार नहीं कर सके और दो नदियों के बीच टापू में फंस गए। जैसे ही सूचना मिली, तो ग्रामीण व तहसील प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ की टीम भी रवाना हुई। लेकिन चंगेठी के पास सड़क मलबे से पटने के कारण आगे नहीं बढ़ सकी। घंटों वहीं फंसी रह गई। इसके बाद जेसीबी बुलाई गई। जेसीबी मलबा हटाते गई, उसी के पीछे एनडीआरएफ की टीम आगे बढ़ी। जो देर शाम मौके पर पहुंची। फिलहाल दोनों युवकों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के प्रयास जारी हैं, किंतु शाम खबर लिखे जाने तक रेस्क्यू नहीं किया जा सका था।
लगातार बारिश से जिले में पूरा जनजीवन प्रभावित चल रहा है। क्वारब के निकट सड़क टूटने, पत्थर व मलबा गिरने के कारण गत रात्रि से अल्मोड़ा—हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग तथा अल्मोड़ा—रामगढ़ मोटरमार्ग व खैरना—रानीखेत—रामनगर राज्य मोटरमार्ग समेत कई ग्रामीण सड़कें मलबे पट गई हैं। जिससे उनमें आवागमन ठप हो गया है। जिससे कई लोगों की यात्राएं प्रभावित हो चुकी हैं। लोगों के कई जरुरी काम ठप पड़ गए हैं। अल्मोड़ा के बेस अस्पताल के निकट सड़क किनारे स्थित 4 दुकानें भूस्खलन से ध्वस्त हो गई हैं। नगर के कई आंतरिक मार्ग भी अवरुद्ध हो चले हैं।