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लाल बोतल शराबा : इतनी पी ली कि बूथ तक भी नहीं पहुंच पाए Polling Officer

01:45 PM Apr 20, 2024 IST | CNE DESK
लाल बोतल शराबा   इतनी पी ली कि बूथ तक भी नहीं पहुंच पाए polling officer
लाल बोतल शराबा : इतनी पी ली कि बूथ तक भी नहीं पहुंच पाए मतदान अधिकारी

लाल बोतल शराबा : एक कुमाउनी गीत के बोल हैं, "लाल बोतल शराबा, तू छै बड़ी खराबा।" सच में बेवक्त और जरूरत से ज्यादा पीना कभी—कभी बहुत घातक साबित हो जाता है। ऐसा कुछ कोटद्वार में हुआ, जहां एक मतदान अधिकारी (Polling Officer) शराब के नशे में कुछ ऐसे धुत हुए कि घर पर ही रह गए और बूथ तक भी नहीं पहुंच पाये। जब उन्हें फोन किया गया तो वह इस काबिल भी नहीं थे कि फोन रिसीव कर सकें। जब पुलिस घर पर पहुंची तो वे शराब के नशे में मदहोश दिखाई दिये। अब उन पर मुकदमा दर्ज हो गया है।

उत्तराखंड। कोटद्वार में एक मतदान अधिकारी अपने बूथ से गायब मिले। जब पूछताछ हुई तो उनका कहीं पता नहीं चला। जब पुलिस ने उनको तलाशा तो वह शराब के नशे में धुत हालत में अपने ही घर पर मिले। मतदान अधिकारी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है।

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दरअसल, यह मामला 41 विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार का है। यहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय नगर क्षेत्र नंबर-4 अपर कालाबड़ स्थित पोलिंग बूथ पर तैनात मतदान अधिकारी बृहस्पतिवार की रात बूथ से गायब हो गये। पीठासीन अधिकारी की सूचना पर पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। जिसके बाद वह नशे की हालत में अपने घर पर मिले।

सेक्टर मजिस्ट्रेट ने दी थाने में तहरीर

सरकारी कार्य में लापरवाही बरतने पर सेक्टर मजिस्ट्रेट ने आरोपी मतदान अधिकारी (Polling Officer) के खिलाफ थाने में तहरीर दी। जिसके बाद पुलिस ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। इधर सेक्टर मजिस्ट्रेट डॉ. जुनीश कुमार ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में कहा कि प्राथमिक विद्यालय नंबर-4 स्थित बूथ संख्या 63 के पीठासीन अधिकारी मनोहर प्रसाद ने उन्हें फोन पर सूचना दी कि मतदान अधिकारी सुरेश कुमार नौटियाल बूथ से बाहर गये हैं।

फोन तक रिसीव नहीं किया

सूचना पर उन्होंने स्वयं बूथ का निरीक्षण किया तो वह नहीं मिले। जब उनके नंबर पर कॉल किया तो फोन नहीं उठाया गया। जिसके बाद जोनल मजिस्ट्रेट व एआरओ/एसडीएम कोटद्वार को मामले से अवगत कराया। नायब तहसीलदार ने छानबीन की तो सुरेश कुमार घर पर मिले। वह नशे में धुत थे।

जिसके बाद मतदान अधिकारी को सेक्टर मजिस्ट्रेट के हवाले कर दिया गया। सेक्टर मजिस्ट्रेट ने पुलिस से मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई के लिए कहा। पुलिस ने मतदान अधिकारी का मेडिकल परीक्षण कराया जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है।

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