बागेश्वर: पंडित जवाहर लाल नेहरु के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प
✍️ पुण्यतिथि पर याद किए गए देश के प्रथम प्रधानमंत्री
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया गया। कहा कि उनके मुख्य उद्देश्य भारत को स्वतंत्र करना था। उन्होंने उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
पार्टी कार्यालय में जिलाध्यक्ष भगवत सिंह डसीला के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पंडित नेहरू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके जीवन पर प्रकाश डाला। आजादी के बाद भारत वर्ष के विकास को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू को 1930-35 के दौरान नमक सत्याग्रह एवं कांग्रेस के अन्य आंदोलनों के कारण कई बार जेल जाना पड़ा। उन्होंने 14 फ़रवरी 1935 को अल्मोड़ा जेल में अपनी आत्मकथा का लेखन कार्य पूर्ण किया। उनका जन्म 14 नवम्बर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। उन्होंने कहा कि नेहरू द्वारा देश को आधुनिक बनाने के लिए किए गए कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने ही शिक्षा के स्तर को ऊंचा करने के लिए आईआईटी, आईआईएम तथा विश्वविद्यालयों की स्थापना की। उद्योग धंधों, स्वास्थ्य सेवाओं की भी शुरूआत की। उन्होंने भाखड़ा नांगल बांध, रिहंद बांध तथा बोकारो इस्पात कारख़ाना की स्थापना की। इस दौरान गीता रावल, भुवन भैसोड़ा, जयदीप कुमार, ललित गिरी, हरीश त्रिकोटी, कुंदन गिरी आदि उपस्थित थे।