अल्मोड़ा: सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारियों ने जोरशोर से उठाई अपनी मांगें
✍️ सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी कल्याण समिति अल्मोड़ा का 12वां वार्षिक सम्मेलन
✍️ समिति के उद्देश्य, कार्यों पर चर्चा के साथ उठाई नगर की कई समस्याएं
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी कल्याण समिति अल्मोड़ा का 12वां वार्षिक सम्मेलन धूमधाम से यहां लिंक रोड स्थित होटल 'मिलम' के सभागार में आयोजित हुआ। जिसमें तमाम संगठनात्मक बिंदुओं पर चर्चा करते हुए समस्याओं पर मंथन हुआ और समिति की लंबित मांगों को जोरशोर से उठाया गया। इसके साथ ही नगर की अनेकानेक समस्याओं पर चर्चा करते हुए प्रशासन से जनहित में उनका निराकरण करने की मांग की गई।
समिति के अध्यक्ष पीसी जोशी की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में समिति के उद्देश्यों व संगठनात्मक बिंदुओं पर चर्चा के साथ ही संगठन की मांगों और नगर की तमाम समस्याओं पर मंथन हुआ। वक्ताओं ने कहा कि कई सालों से समिति अपनी मांगें उठा रही है और पूर्व में प्रधानमंत्री को भी ज्ञापन भेज चुकी है, मगर आज तक कई मांगें जस की तस लटकी हैं। सरकार द्वारा मांगों की अनसुनी करने पर ऐतराज किया गया। इसके अलावा नगर की विविध समस्याएं उठाई गईं और इनके निराकरण की मांग उठाई गई। सम्मेलन में अल्मोड़ा-बागेश्वर-पिथौरागढ़ बिछाने की मांग प्रमुखता से उठी। इसके लिए उत्तराखण्ड के सभी सांसदों से अनुरोध किया गया कि विकास युग में अब इस मांग की पूर्ति करने के लिए अपने स्तर से ठोस प्रयास किए जाएं। यह भी कहा कि संगठन इस मांग को पिछले कई सालों से उठा रहा है। इस मौके पर समिति द्वारा समाजहित में किए गए कार्यों का उल्लेख भी किया गया।
ये प्रमुख मांगें जोरशोर से उठाईं
1. वेतन आयोग में सेवानिवृत्त केन्द्रीय कर्मचारियों की ओर से भी एक सदस्य शामिल किया जाए, ताकि आयोग के समक्ष अपनी समस्या रखी जा सके।
2. जहां सीजीएचएस सेवाएं नहीं हैं, वहां सेवानिवृत्त केन्द्रीय कर्मचारी का मेडिकल एलाउन्स 1000 से बढ़ाकर 4000 रुपये किया जाए।
3. पेंशन में 20 प्रतिशत बढ़ोत्तरी 80 वर्ष के स्थान पर 2.5 प्रतिशत की दर से वार्षिक वृद्धि की जाए, जो स्वतः ही 100 वर्ष में दोगुनी हो जायेगी अथवा पंजाब सरकार की भांति प्रत्येक 5 वर्ष के अन्तराल पर 5 प्रतिशत की वृद्धि की जाय।
4. सभी सेवा निवृत केन्द्रीय कर्मचारियों/पैरामिलट्री से सेवानिवृत्त केन्द्रीय कर्मचारियों को भी समान पद समान पेन्शन देकर सम्मान दिया जाय।
5. न्यायालयों के निर्णयों का सम्मान करते हुए कौम्यूटेशन की अवधि 15 वर्ष की जगह 12 वर्ष की जाए।
6. सेवानिवृत केन्द्रीय कर्मचारियों को 2 वर्ष में एक बार परिवार सहित एलटीसी की सुविधा दी जाय।
7. सेवारत केन्द्रीय कर्मचारियों को प्रतिवर्ष दिये जाने वाला बोनस सेवानिवृत केन्द्रीय कर्मचारियों को भी दिया जाय।
8. इस वर्ष के बजट में सीनियर सिटिजन/पेंशनर्स को आयकर में छूट नहीं दी गई, इसलिए इन्हें आयकर के नए फार्मुले में छूट प्रदान की जाए।
9. सीनियर सिटिजन/पेंशनर्स को रेल भाड़े में छूट दी जाए।
10. पैरामिलट्री से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सीएसडी कैन्टीन सुविधा दी जाए।
सम्मेलन में ये रही उपस्थिति
सम्मेलन में हर्षवर्धन चौधरी, विशन सिंह, पान सिंह महरा, आरके खुल्बे, एनसी जोशी, जेसी पाठक, शीश राम, आरसी तिवारी, एएस कार्की, जीएस सुप्याल, नारायण दत्त पांडे, आरपी जोशी, गंगा सिंह, केएस कड़ाकोटी, बीसी पंत, दीवान बिष्ट, एसएस तिवारी, डा. पीएस नेगी, एमसी आर्या, चंद्रशेखर सिंह सिराड़ी, सतीश चंद्र पंत, मोहन चंद्र पांडे, एमएस मटेला, गणेश सिंह बिष्ट, किशोरी लाल, एनएल वर्मा आदि कई पूर्व केंद्रीय कर्मचारी शामिल रहे और कईयों ने अपने विचार रखे।