आक्रोश रैली: शिक्षक—कर्मचारियों ने भरी जबर्दस्त हुंकार, 'ओपीएस' मांगी
✍️ अल्मोड़ा व बागेश्वर में सैकड़ों की तादाद में सड़क पर उतरे कार्मिक
✍️ जोरदार नारेबाजी के साथ यूपीएस का विरोध, सीएम को भेजा ज्ञापन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा/बागेश्वर: आज अल्मोड़ा व बागेश्वर जिला मुख्यालयों पर एक बैनर तले सैकड़ों की तादाद में सड़क पर उतर कर शिक्षकों व कर्मचारियों ने जबर्दस्त हुंकार भरी और आक्रोश रैली के साथ ही सभा कर सरकार की यूनीफाइड पेंशन योजना (यूपीएस) को स्वीकार करने से इंकार करते हुए पुरानी पेंशन योजना की बहाली करने की पुरजोर मांग उठाई। उन्होंने कहा यदि सरकार ने उनकी मांग की अनसुनी की, तो आंदोलन की धार को तेज किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
अल्मोड़ा: पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के बैनर तले सैकड़ों की तादाद में शिक्षक—कर्मचारी यहां नंदादेवी मंदिर प्रांगण में एकजुट हुए। जहां सभा हुई। सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने पहले पुरानी पेंशन योजना बंद कर नई पेंशन योजना (एनपीएस) लागू की और अब यूपीएस लागू करने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यूपीएस व एनपीएस दोनों ही जोखिम भरी हैं। जिनमें पुरानी पेंशन की तरह हित सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नई—नई पेंशन योजनाओं के नाम पर कार्मिकों को बरगलाने की कोशिश कर रही है, लेकिन कार्मिक ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को सिर्फ पुरानी पेंशन योजना की दरकार है। उन्होंने दो टूक चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ, तो उग्र आंदोलन होगा।
सभा के बाद नंदादेवी मंदिर परिसर में सैकड़ों की तादाद में कार्मिकों ने विशाल आक्रोश रैली निकाली। पुरानी पेंशन योजना के समर्थन एवं यूपीएस के विरोध में तरह—तरह के नारों से वातावरण गूंज उठा। विशाल जुलूस के रुप में जोरदार नारेबाजी करते हुए यह रैली लाला बाजार, चौक बाजार, कारखाना बाजार व मल्ली बाजार तथा पुलिस लाइन के करीब से होते हुए माल रोड में चौघानपाटा पहुंचा। कर्मचारियों के भारी हुजूम के कारण माल रोड में ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु बनाने में पुलिस कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। बाद में जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। इसके बाद कार्यक्रम संपन्न हुआ। यह रैली एनएमओपीएस के जिलाध्यक्ष गणेश सिंह भंडारी के नेतृत्व में निकली। जिसमें एनएमओपीएस के जिलामंत्री भूपाल सिंह चिलवाल, संरक्षक संजय भाटिया, प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य धीरेंद्र कुमार पाठक, एजूकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफीसर्स एसोसिएशन के मण्डलीय अध्यक्ष पुष्कर सिंह भैसोड़ा, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डीके जोशी, पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के जिला संरक्षक डा. मनोज जोशी, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री जगदीश सिंह भंडारी, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के मंडल अध्यक्ष एसएस डंगवाल, उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद के जिलाध्यक्ष हिमांशु तिवारी, अशासकीय शिक्षक माध्यमिक संघ के जिलाध्यक्ष हीरा सिंह महरा समेत कर्मचारी नेता एमएस राजपूत, वंदना कड़ाकोटी, महिपाल राजपूत समेत विभिन्न शिक्षक व कर्मचारी संगठनों से जुड़े शिक्षक व कर्मचारी शामिल हुए।
बागेश्वर: पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के बैनर तले वृहस्पतिवार को जनपद के विभिन्न विभागीय कर्मचारियों ने नुमाइशखेत मैदान में विशाल प्रदर्शन कर पुरानी पेंशन बहाली तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। कर्मचारियों ने नई पेंशन और यूनिफाइड पेंशन स्कीम का कड़ा विरोध किया। नुमाइशखेत मैदान से चौक बाजार तक रैली निकाली। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के जिलाध्यक्ष कमलेश पांडेय के नेतृत्व में कर्मचारियों ने नगर में विशाल जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। नुमाईश मैदान में आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि एनपीएस और यूपीएस शेयर बाजार आधारित पेंशन योजनाएं हैं। इनमें सरकार और कर्मचारियों का कंट्रीब्यूशन रहता है और यह योजना जोखिम भरी है। यूपीएस में वेतन आयोग की अनुशंसा की कोई बात सामने नहीं आती है। पुरानी पेंशन योजना में समय-समय पर लगने वाले वेतन आयोग की अनुशंसा भी लागू होती है। कर्मचारियों ने कहा कि लंबे समय से पुरानी पेंशन की मांग के लिए संघर्ष चल रहा है। सरकार नई योजनाओं के माध्यम से कर्मचारियों को बरगलाने का काम कर रही है। कर्मचारियों के हितों की अनदेखी को किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर नरेंद्र पालनी, राजू देवली, नवीन मिश्रा, महेश पंत, सुरेश खोलिया, जय पांडेय,लक्ष्मण कोरंगा, दयाल राम, संतोष कुमार, संजीव पांडेय, विजय लटवाल, किशोर पांडेय, पवन कुमार, महेंद्र गुंसाई आदि मौजूद रहे।