15 मार्च से 15 जून तक चलेगा मां पूर्णागिरि का मुख्य मेला, जिलाधिकारी ने ली बैठक
चंपावत | टनकपुर स्थित बूम गेस्ट हाउस में पूर्णागिरि मेले की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर अभी तक की गई तैयारियां की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में मेले को शांतिपूर्ण एवं सुरक्षा से सम्पन्न कराए जाने हेतु उपजिलाधिकारी पूर्णागिरि टनकपुर को मेला मजिस्ट्रेट तथा जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को मेला अधिकारी नियुक्त किया। इस बार दो सहायक मेला अधिकारी भी मेले की व्यवस्थाओं को सम्पन्न कराए जाने हेतु तैनात किया गया है।
15 मार्च से 15 जून तक चलेगा मां पूर्णागिरि का मुख्य मेला
बैठक में बताया गया कि उत्तर भारत का सुप्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला 15 मार्च से शुरु होकर 15 जून तक चलेगा। इस हेतु जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश दिए हैं। इस बार पूर्णागिरि में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा दिए जाने के लिए जाने के लिए पहली बार चार पहिया और दो पहिया वाहन चालकों को राहत दी है। इस बार पहली बार ठुलीगाड़ से आगे वाहन जाने पर ही 100 रुपये की पर्ची अलग से काटी जाएगी। ठुलीगाड़ में चार पहिया वाहनों से 100 रुपये जबकि दो पहिया वाहनों से 60 रुपये शुल्क लिया जाएगा। वहीं 150 रुपये बूम में बस पार्किंग का लिया जाएगा। इसबार मुंडन शुल्क मात्रा 101 रुपये ही लिया जाएगा।
श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने हेतु मेला क्षेत्र में 17 प्याऊ तथा 44 पेयजल स्टैण्ड पोष्ट लगाए जाएंगे। इस बार काली मंदिर से मुख्य मंदिर के मध्य भी जल संस्थान द्वारा श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने हेतु प्याऊ लगाया जाएगा। इस हेतु जिलाधिकारी ने आवश्यक निर्देश जल संस्थान को दिए। उन्होंने मेला क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, पार्किंग स्थल, सफाई व्यवस्था समय रहते दुरुस्त करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
बैठक में सीएमओ ने बताया कि मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की दो एंबुलेंस सेवा 24 घंटे तथा दो हंस फाउंडेशन के सहयोग से तैनात रहेगी। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा हेतु तीन चिकित्सा कैंप भैरव मंदिर, टुन्यास एवं काली मंदिर में स्थापित होंगे जिनमें चिकित्सक व मेडिकल टीम भी रहेगी। सुरक्षा के मद्देनजर क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। विभिन्न स्थानों में पुलिस फोर्स तैनात रहेगी। ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर तक 75 टैक्सियों का संचालन इस बार सटल सेवा के माध्यम से होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि वाहनों की उचित पार्किंग के साथ ही जिस भी व्यक्ति को इसका ठेका होता है, उनके द्वारा सभी स्थानों में पर्याप्त संख्या में मैन पॉवर को ड्रेसकोड के साथ तैनात किया जाय। प्रत्येक श्रद्धालु के साथ बेहतर व्यवहार किया जाय। भंडारे वाले स्थानों को चिह्नित कर मेला मजिस्ट्रेट उन्हें भंडारे की अनुमति प्रदान करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में अग्निशमन की व्यवस्था रखी जाए। पुलिस अग्निशमन वाहन के अतिरिक्त प्रत्येक दुकान में अग्निनियंत्रण संयंत्र भी रखे जाय। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को श्रद्धालुओं के आकस्मिकता को देखते हुए 800 ऑक्सीजन सिलेंडर भी रखे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंचायत को आवश्यकीय आवास व्यवस्था के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नियमित सफाई व्यस्था रखी जाए। जिलाधिकारी ने चरण मंदिर में 2 सोलर लाईट लगाए जाने सहित मेला क्षेत्र में खराब पड़ी सोलर लाईट ठीक करने के निर्देश उरेडा विभाग को दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अजय गणपति एसडीएम आकाश जोशी, सीएमओ डॉ देवेश चौहान, सीओ शिवराज सिंह राणा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत तेज सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि मोहन सिंह पलड़िया, जल संस्थान बिलाल यूनिस, पीआईयू आदर्श गोपाल, पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी, उपाध्यक्ष नीरज पांडेय,पूर्व अध्यक्ष भुवन पाण्डे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।