अल्मोड़ा: लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाकर ही दम लेने का संकल्प
✍️ रानीधारा में संघर्ष समिति 10वें रोज भी धरने पर अडिग
✍️ निविदा जारी होने को बताया आंदोलन की पहली जीत
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलित रानीधारा सड़क पुनर्निर्माण संघर्ष समिति ने आज 10वें रोज भी धरना दिया। समिति ने आज कहा कि रानीधारा सड़क के सुधारीकरण संबंधी कार्य के लिए निविदा निकाल दी गई हैं और यह आंदोलन की पहली जीत है। मगर यह ऐलान भी किया है कि जब तक काम शुरु नहीं होता तथा अन्य दो मांगें पूरी नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि आंदोलनकारी रानीधारा लिंक रोड में साईं मंदिर से धार की तूनी तक सुधारीकरण, इसी क्षेत्र में शिव मंदिर से सेवा सदन तक मार्ग का सुधारीकरण व सीवर लाइन के कार्य की एसआईटी जांच करने की मांग उठा रहे हैं। इनमें से पहली मांग यानी रानीधारा सड़क के सुधारीकरण के लिए निविदा आमंत्रित कर ली गई है। जिसे आंदोलनकारियों ने आंदोलन की जीत बताया है। वहीं आगे की रणनीति के बारे में कहा है कि जब तक सड़क पर काम नहीं होता और अन्य दो मांगों की पूर्ति नहीं होती, तब तक संघर्ष बदस्तूर जारी रहेगा। उन्होंने यह भी चेताया है कि यदि होने वाले काम की गुणवत्ता सुदृढ़ नहीं हुई, तो कार्यदायी संस्था व संबंधित ठेकेदार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।
आज के धरने के समिति के संयोजक विनय किरौला, डॉ. जेसी दुर्गापाल, आशीष जोशी, नरेंद्र सिंह नेगी, मीनू पंत, अर्चना पंत, गरिमा जोशी, शेखर जोशी, कमला दर्मवाल, हिमांशु पंत, बीना पंत, नीमा पंत, मीनाक्षी पांडे, गीता पंत, गीता पांडे, दीपाली पांडे, ज्योति पांडे, दीपा पांडे, हंसी रावत, रेखा मेर, चंद्रा बिष्ट, दीप चन्द्र बिष्ट, भगवान सिंह डोगरा, सुमित नज्जोन, पंकज पंत, दीप चंद उप्रेती, गंगा बिष्ट, एसडी बिष्ट, आरडी तिवारी आदि शामिल रहे।