Thomas Cup 2024 : शटलर लक्ष्य सेन करेंगे भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व
✍️ पिता डीके सेन भी कोच के रूप में जायेंगे साथ
📌 पिता—पुत्र की जोड़ी दूसरी बार करेगी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व
CNE DESK/अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) 27 अप्रैल से 5 मई तक रिपब्लिक ऑफ चाइना के चेंगडू (Chengdu) में अयोजित होने जा रहे थॉमस कप में एक बार फिर भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे और उनके साथ उनके पिताजी भी भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच बनकर जा रहे हैं। पिता—पुत्र की यह जोड़ी कोच और खिलाड़ी बनकर दूसरी बार भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
ज्ञात रहे कि थॉमस कप (क्रिकेट के विश्वकप की तरह) Thomas Cup बैडमिंटन का एक विश्व प्रसिद्ध टीम चैंपियनशिप है। लक्ष्य सेन के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने गत वर्ष थाईलैंड में पहली बार यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीता था। जिसमें भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से पराजित किया था।
तब फाइनल मैच में लक्ष्य ने इंडोनेशिया के एंथोनी गिंटिंग को सुरुवाती मैच में 8-21, 21-17, 21-16 से पराजित कर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई थी। जिसके लिए उनको मुंबई के ताज पैलेस में 1983 के क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव के हाथों से स्पोर्ट्स एस अवार्ड से सम्मानित किया गया था। लक्ष्य ने हाल ही में फ्रैंच ओपन में तथा आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीते हैं जिसके चलते उन्होंने इस वर्ष जुलाई में आयोजित होने वाले पेरिस ओलम्पिक हेतु क्वालीफाई कर लिया है और इस प्रकार वे उत्तराखंड से ओलम्पिक में प्रतिभाग करने वाले पहले बैडमिंटन खिलाड़ी होंगे।
विरासत के रूप में पाया हैबैडमिंटन
अल्मोड़ा के तिलकपुर वार्ड में जन्मे लक्ष्य को बैडमिंटन खेल विरासत के रूप में मिला है। उनके दादा स्व सीएल सेन को अल्मोड़ा में बैडमिंटन के जनक के तौर पर जाना जाता है और उनके पिता डीके सेन भी एक अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया Sports Authority of India में बतौर कोच अपनी सेवाएं दी हैं तथा कई बार भारतीय जूनियर और सीनियर टीम के साथ कोच बनकर विदेशों में गये हैं। उनके प्रशिक्षण में कई खिलाड़ियों ने देश को पदक दिलाया है और उन्होंने अनेक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार किये हैं। लक्ष्य का बड़ा भाई चिराग सेन भी एक अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और उन्होंने हाल ही में भारतीय टीम में जगह बनाकर एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया था।और विगत वर्ष के नेशनल चैंपियन भी रहे हैं।
दूसरी बार प्रतिभाग का मौक मिलने पर रोमांचित हैं लक्ष्य सेन
लक्ष्य सेन अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें लगातार दूसरे साल इस प्रतिष्ठित टीम चैम्पियनशिप में प्रतिभाग करने का अवसर मिलने से वे बहुत रोमांचित हैं और उनकी कोशिश रहेगी कि वे गत वर्ष के अपने थामस कप में किये गये प्रदर्शन से बेहतर करुं। इससे उनके ओलम्पिक की तैयारी को भी और मजबूती मिलेगी।
उत्तराखंड बैडमिंटन संघ के चीफ पैटर्न अशोक कुमार (पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड) ने खुशी जताई कि लक्ष्य सेन का एक खिलाड़ी और उनके पिता डीके सेन का चयन एक कोच के रूप में दूसरी बार भारतीय टीम में इस प्रतिष्ठित टीम चैम्पियनशिप हेतु हुआ है। आशा है कि वे गत वर्ष की भांति अपने प्रदर्शन के बल पर देश को यह चैंपियनशिप विजेता बनाकर गौरव प्रदान करायेंगे।
बैडमिंटन संघ उत्तराखंड के सचिव बीएस मनकोटी जी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि अल्मोड़ा जैसे छोटे और खेलों हेतु संसाधन विहीन जगह से निकल कर आज लक्ष्य सेन ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से विश्व पटल पर अल्मोड़ा का नाम सुर्खियों में रखा है और हम आश्वस्त हैं कि वे थामस कप के साथ ही पेरिस ओलम्पिक में पदक जीतकर देश और अल्मोड़ा को नवाजेंगे।
उनको इस चैंपियनशिप हेतु जिला अधिकारी विनीत तोमर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पिंचा, विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, निर्वतमान पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, शेखर लखचौरा, हेम तिवारी, संजीव अग्रवाल, राम अवतार, प्रभारी जिला क्रीड़ा अधिकारी अरुण बंगयाल, अल्मोड़ा बैडमिंटन संघ के उपाध्यक्ष राकेश जायसवाल, गोकुल सिंह मेहता, सचिव डॉ संतोष बिष्ट, नंदन रावत, अमरनाथ सिंह, सुरेश कर्नाटक, जगमोहन फर्त्याल, संजय नजजौन, विजय प्रताप सिंह, डीके जोशी, डाक्टर नंदन बिष्ट, कमल गुप्ता, दीपक वर्मा, राजेन्द्र तिवारी, जगदीश वर्मा, पूर्व बैडमिंटन कोच अतुल जोशी, सीएस कांडपाल, डा पीके मेहता और बैडमिंटन परिवार अल्मोड़ा के सभी सदस्यों और खिलाड़ियों ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं। इध जिला क्रीड़ाधिकारी अरुण बंग्याल ने आशा व्यक्त की है किं अल्मोड़ा के लक्ष्य थॉमस कप जीतकर इतिहास दोहरायेंगे।