साहब, कब खुलेगा राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार, मायूस हैं नीट परीक्षार्थी
युवाओं के सपने तोड़ रही सिस्टम की यह सुस्ती
सीएनई डेस्क। राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार (Government Medical college, Haridwar) में संविदा शिक्षकों की नियुक्ति के उपरांत भी कक्षाएं संचालित नहीं होने से नीट परीक्षार्थी मायूस हैं। हरिद्वार जिले के जगजीतपुर में निर्मित इस मेडिकल कॉलेज में इस साल एमबीबीएस कोर्स शुरू होना था, लेकिन बैच शुरू होने में अनावश्यक देरी हो रही है। सिस्टम की यह सुस्ती युवाओं के सपने तोड़ रही है। बेहतरीन नंबर लाने के बावजूद उन्हें MBBS में दाखिला नहीं मिल पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कुछ समय पूर्व राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार का स्थलीय निरीक्षण किया था। तब उन्होंने निर्माण कार्य अतिशीघ्र कराने के निर्देश दिए थे। साथ ही प्रोफेसर एवं नर्सिंग स्टाफ के पद स्वीकृत भी किए थे।
मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहे अभिभावक
इस बीच नीट परीक्षार्थियों के जागरुक अभिभावकों की ओर से सीएम को एक ज्ञापन भी भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि उत्तराखंड की विषम परिस्थितियां होने के कारण सभी की आर्थिक स्थिति अच्छी नही है। नीट 2024 में मैरिट बहुत ऊंची होने के कारण 600 व 615 अंक प्राप्त कर भी उत्तराखण्ड का बच्चा सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नहीं पा रहा है, जबकि वर्ष 2023 में लगभग 552 अंक प्राप्त कर सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिल गया था। जिस कारण सभी अभिभावक एवं बच्चें काफी मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं। ऐसे समय में उन्हें शासन के सहयोग की आवश्यकता है।
मौजूदा सत्र से ही कक्षा शुरू करवाने की लगाई गुहार
मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में आगे कहा गया है कि राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में वर्ष 2024 से ही एमबीबीएस की कक्षायें आरम्भ कराने में सीएम पूरी तरह सक्षम हैं। उत्तराखंड में नीट के माध्यम से 15 प्रतिशत सीटें ऑल इण्डिया कोटे की होती हैं। 85 प्रतिशत सीटे स्टेट कोटे की होतीं हैं। स्टेट कोटे की सीटों में स्थायी निवास की गहनता से जांच कराकर एमबीबीएस में प्रवेश दिया जाये ताकि उत्तराखंड के छात्र—छात्राओं का भविष्य खराब न हो। आग्रह किया है कि इसी सत्र 2024 से ही राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में 200 एमबीबीएस सीटों के साथ कक्षा आरम्भ कराने का आदेश जारी करें।
सचिवावलय और सीएम आवास पहुंचा नीट परीक्षार्थियों का प्रतिनिधिमंडल
शुक्रवार को नीट परीक्षार्थियों का प्रतिनिधिमंडल सचिवालय में चिकित्सा स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार से मिला। जिन्होंने यह जानकारी दी की गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हरिद्वार को खुलवाने का कार्य सरकार तथा एनएमसी की ओर से प्रगति पर है। उसके पश्चात छात्रों एवं अभिभावकों का पूरा प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री आवास चल पड़ा, जहां उन्होंने सीएम के निजी सचिव से मुलाकात की।
प्रक्रिया एनएमसी के पास प्रेषित, निर्णय का इंतजार
प्रतिनिधि मंडल से पूरी जानकारी लेने के पश्चात उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री आवास से बाहर हैं। इसके बाद सीएम के सचिव ने निदेशक स्वास्थ्य शिक्षा से बात की। निदेशक के द्वारा यह जानकारी दी गई की गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हरिद्वार को इसी सत्र में शुरू करवाने की प्रक्रिया एनएमसी के पास प्रेषित कर दी गई है तथा शीघ्र ही इस पर निर्णय आने की संभावना है। हमारी तरफ से शर्तें पूरी कर दी गई हैं और हमारे द्वारा भी यही कोशिश है कि हरिद्वार मेडिकल कॉलेज इसी सत्र से शुरू हो जाए।